फ्यूल प्राइस में कोई राहत मिलती नहीं दिख रही. पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol-Diesel Price) में शनिवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी फिर से कर दी गई. पीटीआई की खबर के मुताबिक, ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (oil marketing companies) कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी का भार उपभोक्ताओं पर डाल रही हैं, जिसके चलते पिछले पांच दिन में चौथी बार कीमत में बढ़ोतरी की गई है.

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खबर के मुताबिक, सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी नोटिफिकेशन के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत (Petrol Price on 26 march 2022) 97.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 98.61 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 89.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है.

साढ़े चार महीने बाद 22 मार्च को बढ़ी कीमत

पेट्रोल और डीजल की कीमत साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को 80 पैसे बढ़ाई गई थी. इसके बाद से इनकी कीमतों में प्रति लीटर 80-80 पैसे की तीन बार बढ़ोतरी की गई. इन कुल चार बार में पेट्रोल और डीजल के दाम में कुल 3.20 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं. हालांकि, इस अवधि में कच्चे तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई थी.

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आयात पर 85 फीसदी निर्भर है भारत

विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कुछ दिन और इंतजार किया. ऐसा कहा जा रहा है कि अब पेट्रालियम विपणन कंपनियां अपने घाटे की भरपाई कर रही हैं. भारत अपनी तेल की जरूरत पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है.