NSE 24 अप्रैल से Nifty 50 इंडेक्स पर लॉन्च करेगा डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स, SEBI से मिली मंजूरी
निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक एनएसई पर सूचीबद्ध शीर्ष 50 कंपनियों के सूचकांक 'निफ्टी 50' से आगे की 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है. इन दोनों सूचकांकों को मिलाकर निफ्टी की शीर्ष 100 कंपनियों का वर्गीकरण होता है.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 24 अप्रैल से 'निफ्टी नेक्स्ट 50' सूचकांक पर वायदा एवं विकल्प अनुबंधों की शुरुआत करेगा. निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक एनएसई पर सूचीबद्ध शीर्ष 50 कंपनियों के सूचकांक 'निफ्टी 50' से आगे की 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है. इन दोनों सूचकांकों को मिलाकर निफ्टी की शीर्ष 100 कंपनियों का वर्गीकरण होता है.
एनएसई ने एक बयान में कहा कि उसे भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से 'निफ्टी नेक्स्ट 50' सूचकांक पर वायदा एवं विकल्प अनुबंध के लिए मंजूरी मिल गई है और 24 अप्रैल से इन अनुबंधों की पेशकश की जाएगी. इसके तहत एनएसई तीन क्रमिक मासिक सूचकांक वायदा और सूचकांक विकल्प अनुबंध चक्रों की पेशकश करेगा. नकद निपटान वाले वायदा एवं विकल्प अनुबंध सौदों की समाप्ति महीने के अंतिम शुक्रवार को होगी.
एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा, "निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक पर वायदा एवं विकल्प अनुबंध की शुरूआत मौजूदा सूचकांक डेरिवेटिव उत्पाद समूह का पूरक होगी." मार्च 2024 तक, सूचकांक में 23.76 प्रतिशत भारांश के साथ वित्तीय सेवा क्षेत्र का शीर्ष प्रतिनिधित्व था. इसके बाद 11.91 प्रतिशत के साथ पूंजीगत उत्पाद क्षेत्र और 11.57 प्रतिशत के साथ उपभोक्ता सेवाओं का प्रतिनिधित्व था.