Nivesh ka Funda: डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड में कर सकते हैं निवेश, अनिल सिंघवी से बातचीत में इन्वेस्टर्स को सलाह
Nivesh ka Funda: जी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने ITI म्यूचुअल फंड के CEO और CIO जॉर्ज हेबर जोसेफ से बातचीत की. निवेश का फंडा प्रोग्राम में जॉर्ज हेबर जोसेफ ने कहा कि ऐसे हालात में कंजर्वेटिव इन्वेस्टर्स डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड में दांव लगा सकते हैं. वहीं उन्होंने यह उम्मीद जताई कि कमोडिटीज का प्रदर्शन आगे भी अच्छा रहेगा.
Nivesh ka Funda: बाजार के उतार-चढ़ाव भरे माहौल और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इन्वेस्टर्स के मन में कई तरह के सवाल हैं. लोग पूछ रहे हैं कि ऐसे हालात और गिरावट के बीच क्या स्ट्रैटेजी होनी चाहिए. वहीं कई निवेशक इस सिचुएशन में मौके की भी तलाश कर रहे हैं. इसे लेकर जी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने ITI म्यूचुअल फंड के CEO और CIO जॉर्ज हेबर जोसेफ से बातचीत की.
निवेश का फंडा प्रोग्राम में जॉर्ज हेबर जोसेफ ने कहा कि अभी निवेशक कंजर्वेटिव इन्वेस्टर्स डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड में दांव लगा सकते हैं. वहीं उन्होंने उम्मीद जताई कि कमोडिटीज का प्रदर्शन भी अच्छा रहेगा.
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जॉर्ज हेबर जोसेफ ने दी राय
ITI म्यूचुअल फंड के CEO जॉर्ज हेबर जोसेफ ने कहा कि मार्च 2020 से लगभग रोज मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा था. ऐसे में एक्सपर्ट करेक्शन की उम्मीद कर रहे थे, जो बाजार के लिए अच्छा रहता. पिछले कुछ दिनों से कंपनियां भी कोरोना के असर से उबरने की कोशिश कर रहीं थी. लेकिन अब उनके सामने दूसरी समस्याएं हैं जिनमें युद्ध से पैदा हुए हालात और क्रूड की बढ़ती कीमतें आदि शामिल हैं. कच्चे तेल की कीमत 115 डॉलर के आसपास पहुंच चुकी है.
अभी इंटरेस्ट रेट और इन्फ्लेशन दोनों बढ़ रहे हैं. ऐसे में यह कमोडिटीज के लिए यह बेहतरीन समय है. तेल की बढ़ती कीमतों से एनर्जी सेक्टर जैसे कोयला, लिग्नाइट आदि से जुड़ी कंपनियों को फायदा होगा. वहीं मैगनीज, गोल्ड आदि सेगमेंट अभी अच्छा रिटर्न दे सकते हैं.
क्या है डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड?
इस तरह के फंड्स में Debts और इक्विटी में निवेश किया जाता है. इस सेगमेंट को हाइब्रिड फंड्स भी कहते हैं. म्यूचुअल फंड में Debts में हाई रिस्क और Low risk दोनों तरह के फंड्स हैं. डायनेमिक एसेट एलोकेशन का अच्छा उदाहरण ITI बैलेस्ंड एडवांटेज फंड है. इस कैटेगरी में निवेश करने पर लोगों को अपने पैसों को लेकर ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है. खास बात यह है कि इसमें Debts एलोकेशन को घटाया बढ़ाया जा सकता है.
पिछले एक साल में इस फंड ने अच्छा रिटर्न दिया है. अगर ITI Dynamic Bond funds की बात करें तो इस फंड को भी काफी अच्छी तरह से मैनेज किया गया. उन्होंने कहा कि कई लोग एफडी में निवेश करते हैं लेकिन बढ़ते इंफ्लेशन की वजह से उन्हें निगेटिव रिटर्न मिलता है.
(डिस्क्लेमर: यहां निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस/एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)