Nivesh ka Funda: रूस और यूक्रेन की लड़ाई के 15 दिन पूरे हो रहे हैं. इसे देखते हुए बाजार में डर का माहौल है. वहीं कई एक्सपर्ट उम्मीद जता रहे हैं कि इसके बाद मार्केट में तेजी आएगी. आज 5 राज्यों के चुनाव परिणाम भी सामने आ गए. खास बात ये है कि मार्केट में भी इसी तरह के रिजल्ट के कयास लगाए जा रहे थे. इसके उलट रिजल्ट आने पर करेक्शन देखने को मिलता.

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इस रिजल्ट के आधार पर हम कह सकते हैं कि वोटर्स विकास और रोजगार पर फोकस कर रहे हैं. इस चुनाव परिणाम से राजनीतिक स्थिरता भी बढ़ेगी. जाहिर है ये बाजार के लिए पॉजिटिव संकेत हैं. जी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी से बातचीत में कोटक AMC के ग्रुप प्रेसिडेंट और एमडी नीलेश शाह ने ये बात कही. निवेशकों के फेवरेट 'निवेश का फंडा' शो में उन्होंने कहा कि हमें अपनी जोखिम समझकर निवेश पर करना चाहिए. 

मार्केट में दिख सकती है तेजी 

युद्ध के बाद भी मार्केट में तेजी देखने को मिलती है. इसलिए हमें अपने पोर्टफोलियो पर ध्यान देना चाहिए. वैल्यूएशंस सस्ता होने और करेक्शन होने पर धीरे-धीरे इक्विटी अलोकेशन को बढ़ाते रहें. अगर लगे की युद्ध खत्म होने वाला है और मार्केट ऊपर की तरफ जाएगा तो कुछ प्रॉफिट बुक कर सकते हैं. वहीं असेट अलोकेशन को फॉलो करें. आम लोगों के लिए युद्ध के परिणाम का अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है. 

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म्यूचुअल फंड निवेशकों को दी ये सलाह

अनिल सिंघवी ने कहा कि अगर ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो सीधे स्टॉक में करें लेकिन म्यूचुअल फंड में लंबे समय के लिए निवेश करें. कुछ निवेशक कई सालों से म्यूचुअल फंड में पैसा लगा रहे हैं उन्हें बहुत बढ़िया रिटर्न मिला है. लगातार एसआईपी में निवेश करने पर बहुत अच्छे नतीजे देखने को मिल रहे हैं. इसलिए बेहतर है कि असेट अलोकेशन धर्म का का पालन करें यानी लंबे समय के लिए निवेश को न भूलें.      

अगर एक साथ पैसा लगाना चाहते हैं तो एसटीपी (Systematic Transfer Plan) करें. बैलेंस्ड एडवांटेज फंड या असेट अलोकेशन एक अच्छा विकल्प हो सकता है. वहीं फंड की बात करें तो कंजर्वेटिव इन्वेस्टर्स लॉर्ज कैप फंड में निवेश कर सकते हैं. यह भी जरूरी नहीं कि जिसमें किसी खास निवेशक ने पैसा लगाया हो वो, हमेशा टॉप पर ही रहे. इसलिए निवेश करने के बाद फंड मैनेजर को समय जरूर दें.