भारतीय बाजार में पिछले 3 कारोबारी सत्रों से गिरावट देखी जा रही है. तीन दिनों में निफ्टी 428 अंक टूट गया और आखिरकर 24852 अंकों पर बंद हुआ. भारतीय बाजार में बिकवाली का कारण अमेरिकी बाजार में गिरावट और वहां की अर्थव्यवस्था में फिर से सुस्ती के संकेत हैं. डाओ जोन्स भी शुक्रवार को 1% यानी 410 अंक टूटकर बंद हुआ. टेक इंडेक्स नैस्डैक में तो ढ़ाई फीसदी की गिरावट रही. साप्ताहिक आधार पर निफ्टी में 1.5 फीसदी की गिरावट रही. 

हीरो मोटोकॉर्प टॉप गेनर, कोल इंडिया टॉप लूजर्स

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इस हफ्ते PSU इंडेक्स, ऑयल एंड गैस इंडेक्स और मेटल्स में इस हफ्ते 4 फीसदी तक की गिरावट रही. Hero MotoCorp और Asian Paints निफ्टी का टॉप गेनर्स रहा. वहीं, Coal India, ओएनजीसी और टाटा मोटर्स टॉप लूजर्स रहे और इन स्टॉक्स में साप्ताहिक आधार पर 7% तक की गिरावट दर्ज की गई.

बाजार में गिरावट के संकेत, 24100-24050 की रेंज में सपोर्ट

SBI सिक्योरिटीज ने कहा कि टेक्निकल और मोमेंटम इंडिकेटर्स बिकवाली की तरफ इशारा कर रहे हैं. निफ्टी के लिए 24500-24400 की रेंज में महत्वपूर्ण सपोर्ट है. अगर निफ्टी इसके नीचे आता है तो अगला सपोर्ट 24100-24050 की रेंज में होगा. तेजी की स्थिति में 25050-25100 की रेंज में अवरोध है. ट्रेडर्स को इस समय PSU इंडेक्स, पीएसयू बैंक्स, ऑटो इंडेक्स से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. इन सेक्टर का ट्रेंड बियरिश हो गया है. हेल्थकेयर एंड फार्मा और IT इंडेक्स में आउट परफॉर्मेंस देखा जा सकता है.

24472 पर इमीडिएट आधार पर निफ्टी का सपोर्ट

HDFC सिक्योरिटीज के रीटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि ग्लोबल मार्केट से कमजोरी और फॉरन फंड आउटफ्लो के कारण बाजार में गिरावट देखी जा रही है. बाजार में ओवरबाउट स्थिति है. 24472  पर निफ्टी का अगला सपोर्ट रहेगा जबकि नियर टर्म में पहला अवरोध 25084 की रेंज में होगा. ब्रोकरेज के टेक्निकल रिसर्च ऐनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा कि  शॉर्ट टर्म में निफ्टी में रिवर्सल का ट्रेंड है. 25000 का स्तर तोड़ने के बाद बिकवाली हावी है. पहला सपोर्ट 24500 के स्तर पर है. तेजी की स्थिति में 25050 की रेंज में अवरोध रहेगा.

फेडरल रिजर्व कितना रेट करेगा, यह काफी महत्वपूर्ण

मोतीलाल ओसवाल के रीटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि ग्लोबल मार्केट में वोलाटिलिटी का असर घरेलू बाजार पर दिख रहा है. वोलाटिलिटी इंडेक्स सचेत रखने का इंडिकेशन दे रहा है. जॉब डेटा के आधार पर यह पता चलेगा कि अगली बैठक में फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट में कितनी बड़ी कटौती करेगा. बाजार में शॉर्ट टर्म में कंसोलिडेशन दिखेगा. हालांकि, फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में कंज्यूमर discretionary, रीटेल, होटल और ज्वैलरी सेगमेंट में खरीदारी का इंटरेस्ट देखने को मिलेगा.