Navi Technologies IPO: सचिन बंसल की अगुवाई वाली नवी टेक्नोलॉजीज (Navi Technologies) ने SEBI के पास प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए 3,350 करोड़ रुपये जुटाने के लिए प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल किए हैं. रेड हेरिंग प्रास्पेक्टस (DRHP) के मसौदे के अनुसार यह आईपीओ पूरी तरह से इक्विटी शेयरों के एक नए मुद्दे के माध्यम से है और बिक्री के लिए कोई प्रस्ताव (OFS) नहीं होगा. 

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फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल, जिन्होंने Navi Technologies में लगभग 4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है, इस IPO में अपनी हिस्सेदारी को कम नहीं कर रहे हैं.

670 करोड़ रुपये का हो सकता है प्री आईपीओ

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि शुरुआती शेयर-बिक्री जून में खुलने की संभावना है. ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक, कंपनी 670 करोड़ रुपये के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है. यदि ऐसा कोई प्लेसमेंट किया जाता है, पब्लिक इश्यू का आकार कम हो जाएगा. 

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क्या है IPO का उद्देश्य

कंपनी इस IPO से मिले फंड का उपयोग सहायक कंपनियों - नवी फिनसर्व प्राइवेट लिमिटेड (NFPL) और नवी जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड (NGIL) में निवेश करने के लिए और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएग.

बंसल ने 2018 में बनाई थी कंपनी

फ्लिपकार्ट से बाहर निकलने के बाद, बंसल ने अंकित अग्रवाल के साथ 2018 में नवी की स्थापना की. नवी टेक्नोलॉजीज एक टेक फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और सर्विस कंपनी है. 

क्या करती है कंपनी

नवी टेक्नोलॉजीज  पर्सनल लोन, होम लोन, जनरल इंश्योरेंस और म्यूचुअल फंड में बिजनेस करती है. यह चैतन्य ब्रांड के तहत पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के जरिए माइक्रोफाइनेंस लोन भी देती है.

कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, Navi एक डिजिटल लैंडिंग ऐप है, जो पूरी तरह से पेपरलेस प्रोसेस के माध्यम से तुरंत 20 लाख रुपये का लोन प्रदान करता है. 

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, बोफा सिक्योरिटीज और एक्सिस कैपिटल, क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज पब्लिक इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.