Editor's Take: "पैसा लगाने और बनाने दोनों का मिलेगा मौका", मार्केट गुरु अनिल सिंघवी से जानें बाजार का आउटलुक
Market Outlook: ग्लोबल बाजारों में गिरावट और मंदी के आसार के बीच भारतीय बाजार इस संवत में कैसा परफॉर्म करेगा? क्या चैलेंज रहेंगे? निवेशकों को किन बातों का ध्यान रखना होगा? इन सभी सवालों के जवाब मार्केट गुरु और Zee Business के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी दे रहे हैं.
दिवाली के साथ घरेलू शेयर बाजारों में भी नया संवत- 2079 शुरू हो गया है. ग्लोबल बाजारों में गिरावट और मंदी के आसार के बीच भारतीय बाजार इस संवत में कैसा परफॉर्म करेगा? क्या चैलेंज रहेंगे? निवेशकों को किन बातों का ध्यान रखना होगा? इन सभी सवालों के जवाब मार्केट गुरु और Zee Business के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी दे रहे हैं. जानिए अगली दिवाली तक का कैसा मार्केट आउटलुक दिख रहा है.
विदेशी बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच स्थिर रहेंगे घरेलू बाजार?
हमारे बाजार मजबूत हैं, इसके पीछे कारण भी घरेलू हैं. इकोनॉमी में जो ग्रोथ दिखी है और जो सितंबर तिमाही में नतीजे आए हैं, वो दिखा रहे हैं कि हमारी इकोनॉमी ग्रोथ की ओर है. जिन सेक्टरों और कंपनियों से उम्मीद नहीं थी अच्छे नतीजों के वहां से भी अच्छे नतीजे दिखे हैं. ये इकोनॉमी की अंदर की मजबूती को दिखाता है.
विदेशों में महंगाई और बढ़ती ब्याज दर चिंता का विषय हैं. हमारे यहां भी ये फैक्टर्स हैं, लेकिन एक बड़ा फर्क ये है कि हमें ग्रोथ भी मिल रही है. महंगाई के बीच भी ग्रोथ दिख रही है, जो कि बैलेंस्ड है.
ग्लोबल मार्केट को आउटपरफॉर्म करेंगे घरेलू बाजार
अनिल सिंघवी ने कहा कि मुझे लगता है कि हम इस संवत में भी ग्लोबल मार्केट को आउटपरफॉर्म करेंगे. यूएस और दुनियाभर के दूसरे बाजारों के मुकाबले घरेलू बाजार आउटपरफॉर्मेंस देंगे, इसके पीछे दो प्रमुख कारण हो सकते हैं- पहला हमारी इकोनॉमी की मजबूती. दूसरा है पैसा- अगर FII या लोकल फंड या इन्वेस्टर्स बाजार से पैसा निकालना चाहते हैं, तो उसमें कुछ नहीं कर सकते हैं. लेकिन दूसरी ओर अगर हमारे लोकल इन्वेस्टर्स मजबूती से खड़े हैं, SIP, लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट, 25-30 करोड़ का इन्फलो आ रहा है तो इससे बाजार मजबूत रहेगा. बाजार कमजोर हो सकता है, लेकिन ग्लोबल मार्केट से कम कमजोर होंगे. आने वाले कई सालों में भारतीय बाजार बेहतर स्थिति में रहेंगे.
निवेशकों को मिलेगा पैसा बनाने और पैसा लगाने का मौका, लेकिन रहेगा चैलेंज
इस संवत के शुरुआती छह महीने चैलेंजिंग रहेंगे. निवेशकों के शेयर 10-15 पर्सेंट नीचे आ सकते हैं. मिडकैप्स उससे भी नीचे आ सकता है. लार्जकैप्स भी 10-15 पर्सेंट घट सकते हैं. लेकिन आपका कन्विक्शन बाजार की दिशा तय करेगा.
आपके मन में भाव होना चाहिए कि आपने जो शेयर खरीदे हैं, वो मजबूत हैं और आप उन्हें नहीं बेचेंगे. दूसरा यह होना चाहिए कि बाजार 10 से 20 पर्सेंट, 25 पर्सेंट नीचे आया तो मैं और पैसा लगाने को तैयार हूं. इस बाजार में पैसा लगाने का भी मौका मिलेगा, और अगर आपने मौका पकड़ लिया तो आपको पैसा बनाने का भी मौका मिलेगा
फंड के जरिए निवेश करने वालों को सलाह
फंड के जरिए निवेश करने वालों को सलाह होगी कि वो SIP करते रहें. जब लगे कि बाजार 5-6 पर्सेंट घट गया है तो SIP बढ़ा लें.
छोटी-मोटे बंप्स आएंगे, हम अगले छह महीनों में हाइवे पर नहीं दौड़ेंगे, छोटी गली में होंगे, तो थोड़ी रुकावटें आएंगी, लेकिन हम पार करके निकल जाएंगे और अगली दिवाली तक और बेहतर स्थिति में होंगे.