इस त्‍योहारी सीजन में महिंद्रा एंड महिंद्रा फाईनेंशियल सर्विसेस लि. (एमएमएफएसएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी महिंद्रा म्युचुअल फंड ने ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम महिंद्रा रूरल इंडिया एंड कंजम्प्शन स्‍कीम का एनएफओ (नया फंड ऑफर) पेश किया है. यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतरीन है जो ग्रामीण खपत और आय की उच्च वृद्धि से लाभान्वित होने वाले संस्थानों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित संसाधनों में निवेश कर लंबी अवधि में अपनी पूंजी में वृद्धि करना चाहते हैं. यह एनएफओ 19 अक्टूबर को खुला है और 2 नवंबर को बंद होगा.

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यह स्कीम उन संस्थानों और व्यवसायों में निवेश कर पूंजी में वृद्धि करेगी, जो ग्रामीण भारत की वृद्धि और ढांचागत बदलाव से लाभ हासिल करने में शामिल हैं या उनसे लाभ कमाने की उम्मीद है. इसमें तमाम सेक्टरों का समावेश होगा जो संभावित रूप से ग्रामीण भारत की खपत और लगातार आय में सुधार से लाभान्वित होंगे. तमाम ढांचागत सुधारों की पहल जैसे सॉयल कार्ड, फसल बीमा, उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य, ई-मंडी और किसानों की आय को दोगुना करने जैसे उपायों से ग्रामीण आय में तेजी से वृद्धि होने का अनुमान है.

महिंद्रा म्युचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशुतोष बिश्नोई ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक जनसाँख्यिकीय लाभांश और ग्रामीण भारत में खपत पद्धति के सुधार से भारत की उच्च जीडीपी वृद्धि में योगदान होगा. महिंद्रा रूरल भारत एवं कंजम्प्शन योजना निवेशकों को मौलिक रूप से मजबूत और डायवर्सिफायड इक्विटी पोर्टफोलियो में निवेश कर भारत की ग्रोथ स्‍टोरी खासकर ग्रामीण भारत में भाग लेने का अवसर प्रदान करती है. हमारा मानना है कि यह स्कीम एक आकर्षक लंबी अवधि का निवेश अवसर प्रदान करेगी, जहां निवेशकों को अपने निवेश से पूंजी में अच्छी वृद्धि के लिए महिंद्रा रूरल भारत योजना में भाग लेने पर विचार करना चाहिए.

यह स्कीम उन कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित संसाधनों में न्यूनतम 80 फीसदी निवेश करेगी जिनका एक्सपोजर ग्रामीण भारत की ओर है. जबकि 20 फीसदी तक डेट और मनी मार्केट सिक्योरिटीज, आरईआईटी (REIT) इनविट और उन कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी संबंधित संसाधनों में निवेश करेगी जिनका एक्सपोजर ग्रामीण भारत के अलावा है. महिंद्रा रूरल भारत एवं कंजम्प्शन योजना निवेशकों को एक अवसर प्रदान करेगी ताकि वो भारत की जीडीपी में मजबूत संभावनाओं के योगदान वाले सेगमेंट में निवेश कर सकें. यह फंड वैश्विक उतार-चढ़ाव जैसे मुद्रा की चाल आदि पर फोकस करेगा और उन कंपनियों में निवेश करेगा जो ग्रामीण भारत में कम जागरुकता या समझ वाले अवसरों को पकड़ सकेगा.