Sula Vineyards IPO की लिस्टिंग मामूली तेजी के साथ हुई. 357 रुपए के इश्यू प्राइस के मुकाबले NSE पर यह 361 रुपए में और BSE पर 358 रुपए में लिस्ट हुई. लिस्टिंग गेन 1 फीसदी से थोड़ा ज्यादा रहा. हरे निशान में लिस्टिंग के बाद इस स्टॉक में भारी गिरावट देखी जा रही है. शुरुआती कारोबार में यह स्टॉक 5% तक टूट गया है. यह फिसल कर 339 रुपए तक आ गया. 363 रुपए उच्चतम स्तर है. इसका इश्यू प्राइस 340-357 रुपए फिक्स किया गया था. इस स्टॉक को लेकर लंबी अवधि के लिए निवेशक क्या करें? छोटी अवधि के निवेशकों को क्या स्ट्रैटेजी अपनानी चाहिए? इन तमाम सवालों का जवाब दे रहे हैं जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी.

सुस्त लिस्टिंग की संभावना

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आज बाजार खुलने पर लिस्टिंग से पहले मार्केट गुरु ने कहा था कि  Sula Vineyards IPO इश्यू प्राइस के मुकाबले थोडे़ नुकसान के साथ लिस्ट हो सकती है. 357 रुपए के इश्यू प्राइस के मुकाबले यह 10-15 रुपए के डिस्काउंट पर लिस्ट हो सकती है. आईपीओ को लेकर बाजार बदल गया है. अब किसी भी आईपीओ को लेकर बंपर प्रीमियम लिस्टिंग की उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए.

जानिए आपका स्टॉपलॉस क्या होना चाहिए

अगर आप इस आईपीओ में निवेश कर चुके हैं तो लंबी अवधि के लिए निवेशित रहने की सलाह है. इसकी लिस्टिंग प्रीमियम पर होती है या फिर डिस्काउंट के साथ होती है, निवेशकों को इसपर ध्यान नहीं देना चाहिए. अगर निवेश करना चाहते हैं तो लिस्टिंग के बाद शेयर के एक्शन का इंतजार करें. अगर आपने लिस्टिंग गेन के लिहाज से इस आईपीओ में पैसा लगाया था तो 340 रुपए का स्टॉपलॉस जरूर मेंटेन करें. अगर लिस्टिंग के बाद इसमें बड़ी गिरावट आती है तो लॉन्ग टर्म के निवेशक खरीद सकते हैं.

 

3-5 सालों में इस सेगमेंट में दिखेगी अच्छी ग्रोथ

कंपनी शराब का कारोबार करती है. अगले 3-5 सालों में इस सेगमेंट का ग्रोथ मजबूत रहेगा. कंपनी इस सेगमेंट की मार्केट लीडर है. ऐसे में कंपनी को फायदा मिलना लाजिमी है. सुला विनयार्ड्स का मार्केट शेयर 52 फीसदी के करीब है.

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