इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Ola Electric को मार्केट रेगुलेटर SEBI से ₹7,250 करोड़ रुपये जुटाने के लिए IPO को मंजूरी मिल गई है. इसमें ₹5,500 करोड़ का फ्रेश इश्यू होगा और ₹1,750 करोड़ का OFS होगा. काफी वक्त से ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को लेकर चर्चा हो रही थी और अब इसके आईपीओ के लिए मंजूरी मिल गई है.

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यह 20 से अधिक साल में भारत में किसी वाहन विनिर्माता का पहला आईपीओ होगा. वहीं अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल की बात करें तो यह भारत की पहली इलेक्ट्रिक कंपनी होगी, जो शेयर बाजार में लिस्ट होगी. काफी दिनों से लोगों को ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को इंतजार था, जो अब पूरा होने वाला है.

क्या होगा जुटाए गए पैसों का?

आईपीओ से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल ओला गिगाफैक्ट्री प्रोजेक्ट के लिए ओसीटी के साथ-साथ कुछ कर्ज चुकाने के लिए होगा. वहीं कुछ जरूरी खर्चों के लिए भी इन पैसों का इस्तेमाल होगा. इसके अलावा ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ से मिले पैसों का एक हिस्सा रिसर्च एंड डेवलपमेंट में खर्च करेगी.

भारी नुकसान में है ये कंपनी

ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाती है. सॉफ्टबैंक और Temasek जैसे दिग्गज निवेशकों से इसकी बैकिंग है. कंपनी ने दिसंबर 2021 में अपनी सेल शुरू की थी और तब से अब तक करीब 3.53 लाख यूनिट बेच चुकी है. भाविश अग्रवाल के ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 2023 में करीब 1472 करोड़ रुपये का घाटा उठाया था, जो इससे पहले के साथ की तुलना में लगभग दोगुना था. 2022 में कंपनी को 784.1 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.