कमजोर बाजार में Indegene IPO की हुई दमदार लिस्टिंग, 45% के प्रीमियम पर किया डेब्यू, आगे क्या करें?
Indegene IPO Listing: कंपनी 1,841.75 करोड़ रुपये के आईपीओ में 452 रुपये के इशू प्राइस के साथ ये ऑफर लाई थी. इसकी लिस्टिंग के 655 रुपए पर हुई है.
Indegene IPO Listing: लाइफ साइंस इंडस्ट्री में डिजिटल सेवाएं देने वाली कंपनी Indegene IPO की 13 मई, सोमवार को लिस्टिंग हो गई है. अपने डेब्यू में कंपनी का स्टॉक 45 पर्सेंट के प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ है. कंपनी 1,841.75 करोड़ रुपये के आईपीओ में 452 रुपये के इशू प्राइस के साथ ये ऑफर लाई थी. इसकी लिस्टिंग के 655 रुपए पर हुई है. इशू NSE पर 45% प्रीमियम के साथ ₹655 पर लिस्ट हुआ है, वहीं BSE पर 46% प्रीमियम के साथ ₹659.7 पर लिस्टिंग हुई है.
क्या है अनिल सिंघवी की राय?
मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा था कि दमदार लिस्टिंग की उम्मीद है. इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था. इस आईपीओ में तगड़े लिस्टिंग गेन के लिए पैसे लगाने की सलाह दी है. साथ ही लॉन्ग टर्म के लिए भी इस कंपनी में लिस्टिंग के बाद भी बने रह सकते हैं.
Indegene IPO Subscription
कंपनी के IPO को 70 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के मुताबिक, इंडिजीन के 1,841.75 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत की गई 2,88,66,677 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 2,01, 22,03,281 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड को जबर्दस्त ढंग से 197.55 गुना अभिदान मिला जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 54.75 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. वहीं खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के खंड को 7.68 गुना अभिदान मिला.
आईपीओ में 760 करोड़ रुपये तक के नए शेयर और 2,39,32,732 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश की गई थी. इसके लिए मूल्य दायरा 430-452 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. आईपीओ खुलने के पहले इंडिजीन लिमिटेड ने प्रमुख (एंकर) निवेशकों से 549 करोड़ रुपये जुटाए थे. नए शेयरों की बिक्री से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने, अधिग्रहण और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. वर्ष 1998 में स्थापित इंडिजीन औषधि, जैव-प्रौद्योगिकी और चिकित्सा उपकरण कंपनियों को उत्पाद विकास, उनकी बाजार पेशकश और बिक्री बढ़ाने में मददगार समाधान मुहैया कराती है.