Elin Electronics IPO का आज दूसरा दिन है. यह आईपीओ कल खुला था और कल यानी 22 दिसंबर तक इसमें निवेश किया जा सकता है. पहले दिन इसका 37 फीसदी हिस्सा भरा है.  475 करोड़ का इश्यू साइज है, जिसमें फ्रेश इश्यू 175 करोड़ का है. प्राइस बैंड 234-247 रुपए तय किया गया है. लॉट साइज 60 शेयरों का है और कम से कम 14820 रुपए निवेश करने होंगे. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि रिस्क लेने वाले निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए इस आईपीओ में निवेश करें. अगर लिस्टिंग गेन के लिहाज से अप्लाई कर रहे हैं तो दूरी बनाना बेहतर है. अगर लंबी अवधि के लिए निवेश का नजरिया है तो दो तरीका है. पहला कि आईपीओ में अपने लिए लॉट खरीदें. अगर इसकी लिस्टिंग कमजोर होती है तो वहां भी खरीदारी का सुनहरा मौका होगा.

Elin Electronics IPO को लेकर पॉजिटिव क्या है?

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अनिल सिंघवी ने कहा कि कंपनी के प्रमोटर्स अनुभवी हैं. कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ मजबूत है. कंपनी में ज्यादा कर्ज नहीं है. आईपीओ आने के बाद कंपनी कर्ज मुक्त हो जाएगी. वैल्युएशन भी ठीक-ठाक है.

Elin Electronics IPO को लेकर निगेटिव क्या है?

मार्केट गुरु ने कहा कि कंपनी को अपने कारोबार पर फोकस करने की जरूरत है. अपने सेगमेंट में कंपनी को बहुत ज्यादा कॉम्पिटिशन का सामना नहीं करना पड़ रहा है. कर्ज देने वालों की संख्या ज्यादा है और कैश फ्लो निगेटिव है. इनका 65 परसेंट बिजनेस टॉप-5,6 क्लाइंट से आता है. क्लाइंट पोर्टफोलियो का विस्तार करना जरूरी है.

कंपनी का कारोबार क्या है?

मंगलवार को अनिल सिंघवी ने कंपनी के डायरेक्टर संजीव सेठिया से बात की थी. बिजनेस और प्रोडक्ट को लेकर कंपनी के डायरेक्टर संजीव सेठिया ने कहा कि कंपनी लाइटिंग बिजनेस में है. इसके अलावा कंपनी आयरन, मिक्सर, ग्राइंडर, टोस्टर, हेयर ड्रायर, हेयर स्ट्रेटनर जैसे प्रोडक्ट बनाती है. इसके अलावा कंपनी स्मॉल मोटर का निर्माण करती है. कंपनी ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी सीट मेटल और प्लास्टिक कंपोनेंट बनाती है. कस्टमर्स की बात करें तो देश-दुनिया की बड़ी कंपनियों के नाम आते हैं. लाइटिंग और अप्लायंस में कंपनी फिलिप्स को माल बेचती है. पंखे की बात करें तो उषा और फिलिप्स जैसी कंपनियां माल खरीदती हैं.

 

बिक्री में सालाना आधार पर 33% की तेजी

सेल्स की बात करें तो साल 2018 में कंपनी की बिक्री 650 करोड़ की थी. 2022 में अब तक 1100 करोड़ की बिक्री हुई है. बीते पांच सालों में कंपनी की बिक्री सालाना 33 फीसदी की दर से बढ़ी है. प्रमोटर्स होल्डिंग को लेकर संजीव सेठिया ने  कहा कि कंपनी में सेठिया एंड फैमिली की हिस्सेदारी 95 फीसदी के करीब है. कानूनी सलाह पर प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं. बिक्री के बाद भी सेठिया एंड फैमिली की हिस्सेदारी 55 फीसदी से ऊपर रहेगी. कंपनी ने लाइटिंग में PLI स्कीम का भी फायदा उठाया है.

 

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