ई-कॉमर्स SaaS प्लेटफॉर्म Unicommerce eSolutions Limited ने आईपीओ (IPO) लाने की मंजूरी के लिए सेबी (SEBI) के पास DRHP दस्तावेज जमा करा दिया है. इस आईपीओ में कंपनी 2,98,40,486 इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत ला रही है, जिसकी फेस वैल्यू 1 रुपये है. इसमें करीब 1,14,59,840 इक्विटी शेयर AceVector Limited (पहले Snapdeal Limited) की तरफ से बेचे जा रहे हैं. वहीं 22,10,406 इक्विटी शेयर B2 Capital Partners बेच रहा है और 1,61,70,240 इक्विटी शेयर SB Investment Holdings (UK) Limited की ओर से बेचे जा रहे हैं.

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Redseer की एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 में इस सेगमेंट में काम करने वाली टॉप-5 कंपनियों में Unicommerce अकेली ऐसी कंपनी है जो मुनाफे में है. यह कंपनी साल 2012 में शुरू हुई थी और वित्त वर्ष 2021 से ही PAT पॉजिटिव बनी हुई है. DRHP के अनुसार कंपनी का प्रॉफिटेबलिटी और ग्रोथ का रेकॉर्ड बना हुआ है. 2023 में कंपनी के रेवेन्यू में 52.56 फीसदी की ग्रोथ हुई थी, जबकि 2022 में रेवेन्यू 47.55 फीसदी बढ़ा था. सितंबर 2023 में खत्म हुई अवधि में Unicommerce ने 103.74 करोड़ रुपये का एनुअल रिकरिंग रेवेन्यू हासिल किया.

हाल ही में Anchorage Capital Fund, Madhuri Madhusudan Kela, Rizwan Koita & Jagdish Moorjani और Dilip Vellodi समेत कई निवेशकों ने हाल ही में इस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदी थी. कंपनी ने अपने इश्यू के लिए IIFL Securities Limited और CLSA India Private Limited को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया है.

क्या करती है कंपनी?

यूनिकॉमर्स कंपनी एक SaaS प्लेटफॉर्म है, जो सॉफ्टवेयर की सर्विस देता है. यह तमाम ब्रांड्स, रिटेलर्स, मार्केटप्लेस और लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर्स को ई-कॉमर्स ऑपरेशन से जुड़ी एंड-टू-एंड सेवा देता है. यह कंपनी कई दिग्गज कंपनियों को सेवा देती है. इनमें  Lenskart, Fabindia, Zivame, TCNS, Mamaearth, Emami, Sugar, BoAt, Portronics, Pharmeasy, GNC, Cello, Urban Company, Mensa, G.O.A.T, Shiprocket और Xpressbees समेत कई कंपनियां शामिल हैं. सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि यूनिकॉर्मस कंपनी का बिजनेस 6 अन्य देशों में भी फैला हुआ है, जो साउथ ईस्ट एशिया और मिडिल ईस्ट में हैं.