सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियां भारतीय अर्थव्यवस्था में करीब सात से आठ प्रतिशत हिस्सेदारी रखते हैं. आज शेयर बाजार में कुछ आईटी के शेयर बेहद खास हैं जिनपर निवेशकों को फोकस करना चाहिए. इसमें यहां इन्फोसिस की बात करते हैं. जिस तरह आज जीएसटी की दूसरी वर्षगांठ है उसी तरह आज डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की भी चौथी वर्षगांठ है. माना जा रहा है कि डिजिटल इंडिया को आगे भी सरकार की तरफ से बढ़ावा मिलेगा और इन्फोसिस को इससे काफी प्रोजेक्ट्स मिलने की उम्मीद है.

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मिसाल के तौर पर आईटी फाइलिंग का प्रोजेक्ट इन्फोसिस को मिला था जो करीब 4200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट था. डिजिटल से इन्फोसिस के रेवेन्यू देखें तो चौथी तिमाही में 33.8 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ डिजिटल से आया. इसके आलावा कंपनी ने साल 2022 तक आय दोगुना करने का भी लक्ष्य रखा है. साथ ही सरकार का आने वाले समय में डिजिटल पेमेंट सिस्टम को मजबूत करने का लक्ष्य है. सरकार ने इसके लिए एक कमिटी भी गठित की है. ऐसे में इन्फोसिस को इसमें मौका मिल सकता है.

इन्फोसिस की आय लगातार बढ़ती रही है. यह सिलसिला वित्त वर्ष 2015 में 53319 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2019 में 82675 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है. इसी तरह कंपनी के मुनाफे का जो ट्रेंड है, वह भी वित्त वर्ष 2015 से लेकर वित्त वर्ष 2018 तक बढ़ता ही गया है. हालांकि वित्त वर्ष 2019 में हल्की सी गिरावट देखने को मिली है. ब्रोकरेज रिपोर्ट भी काफी सपोर्टिव है. सीएलएसए ने तो इस शेयर के लिए खरीदारी की सलाह दी है और 900 रुपये का लक्ष्य रखा है. ऐसे में निवेशकों को इन्फोसिस पर खास फोकस करना चाहिेए.