ग्लोबल मार्केट में बज रहा भारत का डंका; हॉन्ग कॉन्ग को पीछे छोड़ बना 7वां सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट
World Federation of Exchanges के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत अब स्टॉक एक्सचेंज के मार्केट कैपिलाइजेशन मामले में एक पायदान और ऊपर चढ़ गया है.
घरेलू शेयर बाजारों के लिए ये साल बहुत अच्छा रहा है. दोनों ही इंडेक्स- BSE (Bombay Stock Exchange) और NSE (National Stock Exchange) ने कई रिकॉर्ड बनाए. और अब साल खत्म होते-होते एक और अच्छी खबर आ रही है. भारतीय स्टॉक मार्केट मार्केट वैल्यू के लिहाज से हॉन्ग कॉन्ग को पछाड़कर दुनिया का सातवां सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट बन गया है. World Federation of Exchanges के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत अब स्टॉक एक्सचेंज के मार्केट कैपिलाइजेशन मामले में एक पायदान और ऊपर चढ़ गया है.
कितना पहुंचा मार्केट कैप?
अभी कुछ दिनों पहले ही BSE का टोटल मार्केट कैप पहली बार 4 ट्रिलियन के ऊपर पहुंच गया था. BSE इंडेक्स सेंसेक्स 70,000 के पार पहुंचा था. वहीं Nifty 50 भी 21,031 के स्तर की एक नई ऊंचाई को छू चुका है. NSE का मार्केट वैल्यू 3.989 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है, वहीं हॉन्ग कॉन्ग का 3.984 ट्रिलियन डॉलर पर है.
Nifty ने इस साल 16 फीसदी की उछाल ली है और लगातार आठवें साल मुनाफे में बना हुआ है. वहीं, इसके उलट हॉग कॉन्ग के बेंचमार्क इंडेक्स Hang Seng इंडेक्स में इस साल 17 फीसदी की गिरावट आई है. ऐसे में भारत इस साल एक रैंक ऊपर चढ़ने में कामयाब रहा है.
क्यों आगे रहे हैं इंडियन स्टॉक मार्केट?
अगर एशियाई क्षेत्रों के बाजारों की बात कहें तो भारतीय बाजार सबसे ज्यादा हाइलाइट में रहे. घरेलू निवेशकों का सपोर्ट रहा, महंगाई और जीडीपी के सकारात्मक आंकड़ों के साथ ग्लोबल फैक्टर्स जैसे बॉन्ड यील्ड में गिरावट से बाजार तेजी पर हैं. इसके अलावा कई राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद भी बाजार में जबरदस्त तेजी दर्ज हुई है और अगले साल लोकसभा चुनावों को लेकर भी बाजार में उत्साह है.