कल खुलेगा हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल का IPO, कैसा है बिजनेस मॉडल? जानिए कंपनी के मैनेजमेंट से अनिल सिंघवी की बातचीत
Harsha Engineers IPO: इस आईपीओ के जरिए कंपनी 755 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है. कंपनी ने आईपीओ के तहत 314-330 रुपये प्राइस बैंड तय किया है. ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने कंपनी के मैनेजमेंट से बातचीत की.
Harsha Engineers IPO: इंजीनियरिंग और सोलर EPC कारोबार करने वाली हर्षा इंजीनियर्स (Harsha Engineers International) का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बुधवार (14 सितंबर 2022) से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 755 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है. कंपनी ने आईपीओ के तहत 314-330 रुपये प्राइस बैंड तय किया है. ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने कंपनी के मैनेजमेंट से बातचीत की.
हर्षा इंजीनियर्स 1986 में बने हर्षा ग्रुप का हिस्सा है. ग्रुप को इंजीनियरिंग बिजनेस में 35 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है. 11 दिसंबर 2010 को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तौर पर शुरू हुई. देश के ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में आय के लिहाज से प्रीसिजन बेरिंग केज की सबसे बड़ी निर्माता है.
45 शेयरों का लॉट साइज
हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल का आईपीओ 14 सितंबर को खुलेगा और 16 सितंबर को बंद होगा. प्राइस बैंड 314-330 रुपये प्रति शेयर है. लॉट साइज 45 शेयर का है. एक लॉट के लिए कम से कम 14,850 रुपये निवेश कर सकते हैं. 455 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है. OFS 300 करोड़ रुपये है. इश्यू साइज 755 करोड़ रुपये है.
कंपनी का बिजनेस
बेरिंग और स्टैम्प्ड कंपोनेंट की प्रीसिजन इंजीनियरिंग बिजनेस में 13 वर्षों से ज्यादा अनुभव है. हर्षा ग्रुप के स्ट्रैटेजिक डायरेक्शन की जिम्मेदारी, मार्केटिंग और कॉरपोरेट फंक्शन में अहम भूमिका है. देश के ऑर्गेनाइज्ड बेरिंग केज सेगमेंट में 50-60% मार्केट शेयर है. पीतल, स्टील और पॉलीएमाइड बेरिंग केज के ग्लोबल ऑर्गेनाइज्ड मार्केट में 6.5% हिस्सा है.