आईटी सर्विस प्रोवाइडर हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजी के आईपीओ (Happiest Minds Technologies IPO) ने धूम मचाई हुई है. लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं. यह आईपीओ डेढ़ सौ गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुआ है. कंपनी का इश्यू 7 से 9 सितंबर के लिए खुला था.

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कंपनी ने इस आईपीओ के जरिये 702 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्‍य रखा था. शेयर का प्राइस बैंड (Price Band) 165-166 रुपये तय किया था. कंपनी ने केवल 2.33 करोड़ शेयर ऑफर किए थे और बोली 351 करोड़ शेयर की लगी है.

कामयाबी के पीछे अशोक सूता

इस आईपीओ की कामयाबी के पीछे हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजी के फाउंडर अशोक सूता (Ashok Soota) का हाथ बताया जा रहा है. मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं कि लोगों ने कंपनी में नहीं बल्कि अशोक सूता में निवेश किया है.  हैपिएस्ट माइंड्स का कारोबार प्रमोटर अशोक सूटा के इर्द-गिर्द ही घूमता है. 

आईटी सेक्टर के दिग्गज

अशोक सूता भारत की इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सर्विसेज इंडस्ट्री के दिग्गज हैं. अशोक सूता मार्केट के साथ कारोबार समेत कई क्षेत्रों के बहुत अच्छे जानकार हैं. वे आईटी इंडस्ट्री की तमाम टॉप कंपनियों को लीड कर चुके हैं. 

वे आईटी कंपनी माइंडट्री के को-फाउंडर, चेयरमैन और मैनेजिंग रहे हैं. उन्होंने 1999 में के. नटराजन के और पार्थसारथी एनएस के साथ माइंडट्री  शुरू की थी. इससे पहले वे विप्रो के वाइस चेयरमैन रह चुके हैं. आईआईटी-रुड़की से इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद सूता ने रेफ्रिजरेशन इंडस्ट्रीज में काम की शुरूआत की थी. 

जानकार बताते हैं कि 13 साल पहले जब अशोक सूता माइंडट्री का आईपीओ लाए थे, तब Mindtree के आईपीओ को 103 गुना बोलियां मिली थीं. माइंडट्री से अलग होने के बाद  2011 में उन्होंने हैपिएस्ट माइंड्स की स्थापना की. 

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Happiest Minds का बिजनेस मॉडल काफी अच्छा है और इसका कॉम्पटिशन काफी कम है. यह कंपनी डिजिटल बिजनेस सर्विसेज, प्रोडक्ट इंजीनियरिंग सर्विसेज और इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट व सुरक्षा सेवाओं में कारोबार करती है. हैपिएस्ट माइंड्स का कारोबार बहुत शानदार है और कंपनी का 75 फीसदी कारोबार अमेरिका से होता है. कंपनी ने पिछले साल बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया था. आगे का आउटलुक भी अच्छा है.