CLSA report on India: घरेलू शेयर बाजारों में लगातार बिकवाली के बीच एक खबर रिटेल निवेशकों को खुश होने का मौका दे सकती है. विदेशी ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भारत पर अपनी रेटिंग बढ़ा दी है. CLSA ने अपनी Pouncing Tiger, prevaricating Dragon रिपोर्ट में चीन–अमेरिका ट्रेड वॉर की आशंकाओं से भारत को प्राथमिकता दी है. 

CLSA ने किया ओवरवेट

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ब्रोकरेज ने APAC regional portfolio में भारत का वेटेज 20% के साथ ओवेरवेट किया है. भारत शेयर में अलॉटमेंट को 20% से घटाकर 10 % पर कर दिया था. अब इसने चीन से अपने अलॉटमेंट को कम कर बेंचमार्क पर लाने का फैसला लिया है. CLSA ने चीन के आवंटन को 5% से और अधिक बढ़ा दिया था.

चीन में क्यों बढ़ाया था निवेश?

चीन की सरकार ने अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राहत पैकेज देने की घोषणा की थी. इसके बाद FIIs का फ्लो उधर बढ़ा था. चीन की इक्विटी मार्केट में फॉरेन पोर्टफोलियो फ्लो बढ़ गया है.

भारत में वापसी क्यों?

Trump के 2.0 के वादे चीन के लिए चुनौती भरे होंगे. ट्रंप ने ज्यादातर चीनी एक्सपोर्ट पर 60% टैरिफ लगाने की बात कही है. China का  stimulus भी अनुमान से कम आया है. भारत की विकास दर मजबूत बनी हुई है भारतीय स्टॉक्स की लॉन्ग टर्म वैल्यूएशन आकर्षक हैं. बढ़ती महंगाई ने चीन के लिए चुनौतियां खड़ी की हैं. चीन के मार्केट में एसेट्स पर मिलने वाला रिस्क प्रीमियम भी घटा है. चीन के लिए अपने घरेलू मांग में सुधार करना बहुत जरूरी है.

क्या सुधरेगा बाजार का मूड?

मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि भारतीय बाजारों में FIIs की बिकवाली जारी है, लेकिन थोड़ी कमाई हुई है. डेढ़ महीने में बिकवाली का सबसे छोटा आंकड़ा 1850 करोड़ का रहा.  बिकवाली का दबाव कम होने के संकेत मिल रहे हैं. CLSA की रिपोर्ट से सेंटिमेंट सुधरेगा. उन्होंने कहा कि Moody’s ने भी ग्रोथ का भरोसा जताया है, जोकि बाजार के लिए अच्छी खबर है.