Gold-Silver Price: वायदा बाजार में चढ़ गए सोने-चांदी के भाव; बाजार में है ये कीमत
Gold-Silver Price: घरेलू बाजार में सोने में 150 रुपये की तेजी दर्ज हो रही थी. और MCX पर भाव `78300 के ऊपर था. ग्लोबल मार्केट में सोने में हल्की बढ़त, $2700 के पास बना हुआ है. वहीं, चांदी में भी तेजी है और MCX पर भाव `90700 के पास है.
Gold-Silver Price: सोने-चांदी के दामों में बुधवार (10 जनवरी) को तेजी दर्ज हो रही है. घरेलू बाजार में सोने में 150 रुपये की तेजी दर्ज हो रही थी. और MCX पर भाव `78300 के ऊपर था. ग्लोबल मार्केट में सोने में हल्की बढ़त, $2700 के पास बना हुआ है. वहीं, चांदी में भी तेजी है और MCX पर भाव `90700 के पास है. ग्लोबल मार्केट में भी चांदी में मामूली बढ़त है और ये $30 के ऊपर चल रही है.
सुबह साढ़े 10 बजे के आसपास मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोना 146 रुपये ऊपर 78,302 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा था. सोना कल के कारोबार में 78,156 रुपये पर बंद हुआ था. इस दौरान चांदी 68 रुपये की तेजी के साथ 90,624 रुपये के भाव पर चल रही थी, जोकि कल 90,556 रुपये पर बंद हुई थी.
दिल्ली के सर्राफा बाजार में क्या है भाव?
कमजोर वैश्विक रुख के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 80 रुपये टूटकर 80,580 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. इसके साथ सोने में पांच दिन से जारी तेजी का सिलसिला थम गया. सोमवार को सोने की कीमत 80,660 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी.
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की कमजोर मांग के कारण मंगलवार को चांदी भी 1,300 रुपये की भारी गिरावट के साथ 91,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही. पिछले सत्र में चांदी 93,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 80 रुपये गिरकर 80,180 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया, जो पहले 80,260 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.
सर्राफा बाजार में क्यों आई सुस्ती, क्या हैं ट्रिगर्स?
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (जिंस एवं मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘एमसीएक्स सोने में 78,150-78,400 रुपये के बीच उतार-चढ़ाव के कारण सोना सीमित दायरे में रहा. इसके विपरीत, कॉमेक्स सोने में मामूली कमजोरी दिखी और यह 2,665 डॉलर के आसपास रहा.’’ एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘मंगलवार को सोने की कीमतों में गिरावट आई, जो अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल और अमेरिकी डॉलर में वृद्धि के कारण कम हुई.’’
फेडरल रिजर्व (फेड) इस साल ब्याज दरों में कम कटौती कर सकता है. इसका कारण रोजगार के मजबूत आंकड़े हैं. इससे अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल और अमेरिकी डॉलर में तेजी की संभावना है. 10 साल के अमेरिकी बॉन्ड पर प्रतिफल सोमवार को 14 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया.