रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच गोल्ड की सेफ हैवेन डिमांड तेज; 56,000 रु के पार जा सकता है भाव
Gold Outlook: इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड ने 7 मार्च को 2,000 का लेवल पार कर लिया. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि अभी जिस तरह युद्ध के आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है. ऐसे में अगले 6-8 महीने में गोल्ड 2,400 डॉलर का लेवल दिखा सकता है.
Gold Outlook in Indian Market: रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के बीच गोल्ड की सेफ हैवेन डिमांड तेजी से बढ़ी है. कमोडिटी खासकर क्रूड की बढ़ती कीमतों से महंगाई में इजाफा बढ़ा रहा है, जिससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है. सोमवार यानी 7 मार्च को इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड ने 2,000 डॉलर प्रति औंस के पार चल गया. मार्केट के एक्सपर्ट मान रहे हैं कि जियोपॉलिटिकल टेंशन के हालात में गोल्ड को सपोर्ट मिलता है. इमीडिएट टर्म में इंटरनेशनल मार्केट में भाव 2,200 डॉलर का लेवल दिखा सकता है. वहीं, घरेलू बाजार में यह 56 हजार के लेवल को टच कर सकता है.
रेलिगेयर ब्रोकिंग की सुगंधा सचदेव का कहना है कि गोल्ड मार्केट में तेजी अभी रहेगी. गोल्ड ने 1970 डॉलर का एक क्रूशियल बैरियर तोड़ दिया है. गोल्ड में तेजी के बड़े कारण है, जो कीमतों को सपोर्ट कर रहे हैं. पहला, जियो पॉलिटिकल अनिश्चितता के चलते गोल्ड की स्ट्रॉन्ग सेफ हैवेन डिमांड देखने को मिल रही है. इसके साथ-साथ इक्विटीज में भी बड़ा डाउनसाइड है. तीसरा बड़ा फैक्टर कमोडिटी की कीमतों का बढ़ना है. क्रूड के दाम कई साल के टॉप पर हैं. ये तीनों फैक्टर गोल्ड को सपोर्ट कर रहे हैं. टेक्निकल लेवल भी ब्रीच हुए हैं.
सचदेव का कहना है कि यहां से देखें तो इमिडिएट टर्म में सोना घरेलू बाजर में 54,000 के लेवल पर जा सकते हैं. वहीं, लंबी अवधि में रिकॉर्ड हाई लेवल पर जा सकते हैं. यानी, 56,000 रुपये से ऊपर भाव जा सकते हैं.
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6-8 महीने में 2400 डॉलर का लेवल
केडिया कमोडिटीज के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि गोल्ड का आउटलुक पॉजिटिव है. युद्ध और जियो पॉलिटिकल टेंशन की हालात में गोल्ड को सपोर्ट मिलता है. इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड ने 7 मार्च को 2,000 का लेवल पार कर लिया. अभी जिस तरह युद्ध के आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है. ऐसे में अगले 6-8 महीने में गोल्ड 2,400 डॉलर का लेवल दिखा सकता है. युद्ध के हालात में मार्केट में मंदी का खतरा बन सकता है. शेयर बाजार या रिस्की एसेट्स में गिरावट आ सकती है. ये सभी गोल्ड को सपोर्ट कर रहे हैं. इससे महंगाई बढ़ रही है. क्रूड की तेजी महंगाई को सपोर्ट करती है. और जब महंगाई बढ़ती है, तो गोल्ड को सपोर्ट मिलता है.
दिसंबर तक 62 हजार जा सकता है सोना
अजय केडिया का कहना है, अगर इंटरनेशनल मार्केट में हम गोल्ड के लेवल की बात करें, तो यह इमिडिएट टर्म में 2200 डॉलर का लेवल दिखा सकता है, लेकिन अगर दिसंबर तक की बात करें, तो 2,400 डॉलर तक जा सकता है. घरेलू बाजार की बात करें, तो यहा दोधारी तलवार जैसे हालात बन गए हैं. डॉलर में तेजी से रुपये कमजोर हो रहा है. रुपया 77 टच गया है. रुपये की गिरावट से सोने को सपोर्ट करेगी. वहीं, सेफ हैवेन खरीदारी के चलते सोने में डिमांड आ रही है. गोल्ड ने 52,500 का लेवल पिछले हफ्ते पार कर लिया. ऐसे में इमीडिएट टर्म में यह 56,000 का लेवल टच कर सकता है. वहीं, दिसंबर आखिर तक 62,000 का लेवल दिख सकता है. हालांकि, हमें युद्ध के हालात पर लगातार नजर रखना है. क्योंकि, महंगाई, मंदी और सेफ हैवेन बाइंग गोल्ड में लौटती दिखाई देगी.