Gold Outlook: बीते हफ्ते सोने में जबरदस्त एक्शन दिखा. कारोबार के दौरान यह 61371 रुपए प्रति दस ग्राम के नए ऑल टाइम हाई तक पहुंचा. हालांकि, हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में इसमें करीब 900 रुपए की गिरावट दर्ज की गई और यह 60348 रुपए प्रति दस ग्राम के सत्र पर बंद हुआ. ऑल टाइम हाई से कीमत में 1000 रुपए से ज्यादा की गिरावट आई है. साप्ताहिक आधार पर देखें तो सोना 182 रुपए सस्ता हुआ है. इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट गोल्ड बीते हफ्ते 2004 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर बंद हुआ. अगले हफ्ते अक्षय तृतीया है और इसमें सोने में बड़ी खरीदारी की जाती है. आइए जानते हैं कि कीमत पर क्या एक्शन दिखेगा.

इन 3 फैक्टर से सोने की चमक और बढ़ेगी

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IIFL सिक्यॉरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट अनुज गुप्ता ने कहा कि बीते हफ्ते MCX पर सोना 61371 रुपए प्रति दस ग्राम के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंचा. आखिरी कारोबारी सत्र में प्रॉफिट बुकिंग के कारण करेक्शन आया और यह 60348 रुपए के स्तर पर बंद हुआ. फंडामेंटल आधार पर सोना को लेकर ट्रेंड पॉजिटिव है. इसके पीछे तीन प्रमुख कारण हैं. पहला कारण है कि डॉलर में गिरावट देखी जा रही है, जिससे सोने को मजबूती मिल रही है. सेंट्रल बैंकों की तरफ से बड़े पैमाने पर फिजिकल गोल्ड की खरीदारी की जा रही है. अगले हफ्ते अक्षय तृतीया है, जिसमें गोल्ड और ज्वैलरी की जबरदस्त बिक्री होती है. इन फैक्टर्स के कारण कीमत हाई रहने का अनुमान है.

MCX गोल्ड के लिए पहला टारगेट

शॉर्ट टर्म में टेक्निकल आधार पर MCX पर सोने के लिए पहला सपोर्ट 59800 रुपए के स्तर पर और फिर 59300 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर है. ओवरसीज मार्केट के लिए यह सपोर्ट 1990 और 1965 डॉलर पर है. तेजी की स्थिति में 60800 और 61300 रुपए के स्तर पर सोने के लिए अवरोध रहेगा. इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड के लिए रेसिसटेंस 2025 और 2050 डॉलर प्रति आउंस पर रहेगा. एक्सपर्ट का अनुमान है कि आने वाले कुछ हफ्तों इंटरनेशनल गोल्ड 2030  डॉलर के स्तर पर पहुंचेगा. सपोर्ट पर खरीदारी की राय दी गई है.

फेड की बैठक से तय होगा सोने का भविष्य

साल 2023 में सोना-चांदी में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. अनुज गुप्ता ने कहा कि MCX गोल्ड में इस साल अब तक 6000 रुपए के करीब यानी 11 फीसदी का उछाल आया है. चांदी में 7500 रुपए यानी 11 फीसदी की तेजी आई है. सोना-चांदी में हालिया तेजी के दो प्रमुख कारण हैं. फेड मिनट्स में कहा गया कि अमेरिका में मंदी आ सकती है. महंगाई भी कम हुई है. ऐसे में संभव है कि मई में फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट को ना बढ़ाए. गोल्ड के लिए अच्छी खबर है. हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि फेड 25 बेसिस प्वाइंट्स की एक और बढ़ोतरी कर सकता है.