क्या 60000 के आगे भी जाएगा सोना? दो दिनों में ₹2500 महंगा हुआ; बुधवार के फैसले से तय होगी आगे की चाल
इतिहास में पहली बार सोने का भाव 60 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के पार पहुंच गया है. बैंकिंग क्राइसिस के कारण ग्लोबल इकोनॉमी के सामने चुनौती बढ़ गई है. बुधवार रात को फेडरल रिजर्व की तरफ से इंटरेस्ट रेट का ऐलान किया जाएगा. इस फैसले पर सोने के आगे की चाल निर्भर करती है.
सोना पहली बार 60 हजार रुपए के स्तर को पार किया है. यह इसका नया ऑल टाइम हाई है. दिल्ली सर्राफा बाजार में आज सोने की कीमत में 1400 रुपए का उछाल आया और यह 60100 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर बंद हुआ. चांदी की कीमत में 1860 रुपए की तेजी आई और यह 69340 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई. इंटरनेशनल मार्केट में सोना 2000 डॉलर प्रति आउंस के स्तर को पार कर गया है. चांदी का भाव 22.50 डॉलर प्रति आउंस के पार कर गया है. यह जानकारी HDFC सिक्यॉरिटीज की तरफ से शेयर की गई है.
Gold MCX Price
MCX पर अप्रैल डिलिवरी वाले सोने की कीमत में शाम 5 बजे 267 रुपए की तेजी देखी जा रही है. यह 59650 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है. मई डिलिवरी वाली चांदी 230 रुपए की मजबूती के साथ 68730 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर है. IBJA यानी इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, सोमवार को 24 कैरेट गोल्ड का क्लोजिंग भाव 5967 रुपए प्रति ग्राम रहा. 22 कैरेट का भाव 5824 रुपए, 20 कैरेट का भाव 5311 रुपए, 18 कैरेट का भाव 4833 रुपए और 14 कैरेट का भाव 3849 रुपए प्रति ग्राम रहा.
2 दिनों में 2500 रुपए महंगा हुआ सोना
जी बिजनेस के कमोडिटी एडिटर मृत्युंजय कुमार झा ने कहा कि MCX पर पहली बार सोना 60 हजार के पार पहुंचा है. दो दिनों में इसकी कीमत में 2500 रुपए की तेजी दर्ज की गई है. महज तीन हफ्ते के भीतर यह 5000 रुपए महंगा हो गया है. साल 2023 में अब तक सोने में 8 फीसदी की तेजी आ चुकी है. 3 नवंबर को सोना 50 हजार रुपए के स्तर पर था. महज साढ़े चार महीने में यह 50 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर से 60 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर तक पहुंच चुका है.
सोना-चांदी में तेजी के 5 प्रमुख कारण हैं
1>> पहले अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक और फिर सिग्नेचर बैंक फेल हुआ. अमेरिका में कई बैंकों की हालत खराब है, जिसके कारण आर्थिक मंदी की संभावना बढ़ गई है और सोने के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी.
2>> अमेरिकी बैंकिंग क्राइसिस के बाद यूरोपियन बैंकिंग क्राइसिस की खबर आई है. यूरोप का क्रेडिट सुईस बैंक फेल हो गया. अमेरिका और यूरोप में बैंकिंग क्राइसिस के कारण सोने की मांग ने रफ्तार पकड़ी.
3>> बैंकिंग क्राइसिस के कारण ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी की आशंका बहुत हद तक बढ़ गई है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दुनिया के दिग्गज सेंट्रल बैंकों के साथ मिलकर इस क्राइसिस को दूर करने का फैसला किया है. इससे साफ पता चलता है कि स्थिति गंभीर हो रही है.
4>> ऐतिहासिक तौर पर जब-जब मंदी का डर बढ़ा है, सोने की चमक तेज हुई है. यही वजह है कि सोना दो दिनों में 2500 रुपए, तीन हफ्तो में 5000 रुपए प्रति दस ग्राम और साढ़े चार महीनों में 10 हजार रुपए महंगा हो चुका है.
5>> बाजार का अनुमान है कि फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट में कम बढ़ोतरी करेगा. अगर ऐसा होता है तो सोने की चमक और तेज होगी.
फेडरल रिजर्व के फैसले पर रहेगी नजर
21 मार्च से FOMC यानी फेडरल रिजर्व ओपन मार्केट कमिटी की अहम बैठक शुरू हो रही है. भारतीय समय अनुसार बुधवार देर रात को फेडरल रिजर्व की तरफ से मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान किया जाएगा. अगर फेड इंटरेस्ट रेट में अग्रेसिव बढ़ोतरी जारी रखता है तो सोने में अच्छा करेक्शन दिख सकता है. अगर इंटरेस्ट रेट में कम बढ़ोतरी की जाती है तो सोने में नई तेजी आएगी.