Stocks to Buy: ग्‍लोबल बाजार में अनिश्चितता के बीच घरेलू बाजार में भी उतार-चढ़ाव जारी है. मई 2022 में बाजार में काफी तेज उतार-चढ़ाव रहा है. ब्रोकरेज फर्म एक्सिस सिक्‍युरिटीज (Axis Securities) ने जून 2022 की टॉप पिक्‍स रिपोर्ट में कहा है कि जून में बाजार की चाल मैक्रो फैक्‍टर्स, जियोपॉलिटिकल टेंशन और चीन अनलॉकिंग थीम पर ड्राइव होगी. इस दौरान RBI की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक पर भी नजर रहेगी. इसके अलावा, घरेलू निवेशकों का बाजार को लगातार सपोर्ट बना हुआ है. ग्‍लोबल और घरेलू फैक्‍टर्स को देखते हुए एक्सिस सिक्‍युरिटीज ने जून 2022 के टॉप पिक्‍स में लॉर्ज कैप, मिड कैप और स्‍मॉल कैप सेक्‍टर के कुल 16 स्‍टॉक्‍स को शामिल किया है.

मई 2022 में कैसा रहा बाजार 

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एक्सिस सिक्‍युरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2022 में बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया. सभी सेक्‍टर की परफॉर्मेंस मिलीजुली रही है. पिछले महीने बाजार में काफी तेज वॉलेटिलिटी रही. इसकी वजह अमेरिकी मार्केट में बेकाबू महंगाई और उस पर काबू पाने के लिए फेडरल रिजर्व की ओर से एग्रेसिव तरीके से ब्‍याज दरें बढ़ाना रही. इसके बाद घरेलू स्‍तर पर रिजर्व बैंक ने 40 बेसिस प्‍वाइंट का इजाफा एमपीसी की एक इमरजेंसी मीटिंग में किया. ये बाजार के लिए निगेटिव सेंटीमेंट रहे. पिछले महीने मिड कैप में 5 फीसदी और स्‍माल कैप में 9 फीसदी की गिरावट रही, जबकि निफ्टी50 3 फीसदी कमजोर हुआ. 

ये थीम बाजार को देंगे सपोर्ट

RBI, US Fed के एक्‍शन पर नजर 

एक्सिस सिक्‍युरिटीज का कहना है कि मैक्रो फैक्‍टर्स, जियोपॉलिटिकल टेंशन और चीन अनलॉकिंग खासतौर पर फोकस में रहेगा. मार्केट फिलहाल ब्‍याज दरों को लेकर रिजर्व बैंक के गाइडेंस पर नजर लगाए हुए हैं. इस हफ्ते MPC की मीटिंग होने वाली है. इसमें होने वाला पॉलिसी एक्‍शन नियर टर्म में मार्केट की दिशा तय करेगा. रिजर्व बैंक अचानक एमपीसी की एक इमरजेंसी बैठक में 40 बेसिस प्‍वाइंट रेपो रेट बढ़ा चुका है. दूसरी ओर, यूएस फेडरल रिजर्व की कमेंट्री और भविष्‍य में ब्‍याज दरों पर रुख मार्केट सेंटीमेंट पर असर डालेंगे. 

इक्विटी रिसर्च फर्म का मानना है कि  नियर टर्म में देखा जाए तो 'ग्रोथ एट रिजनेबल प्राइस' थीम आउटपरफॉर्म कर सकती है. बाजार के मौजूदा हालात में ‘Growth at a Reasonable Price’ एक इमर्जिंग थीम होगी, जोकि लॉन्‍ग टर्म रिस्‍क रिवॉर्ड देगी. 

DIIs से मिल रहा सपोर्ट

घरेलू बाजार को घरेलू निवेशकों (DIIs) का सपोर्ट मिल रहा है. विदेशी निवेशकों (FII) की हर बिकवाली के जवाब में घरेलू निवेशकों (DIIs) की खरीदारी बैलेंस कर रही है. बीते 8 महीने से विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं. FY22 में DIIs ने बाजार में 29 अरब डॉलर इक्विटी मार्केट में लगाए हैं, जबकि FIIs ने इस दौरान 17 अरब डॉलर की बिकवाली की है. हालांकि, FY21 में 37 अरब डॉलर का रिकॉर्ड FII इनफ्लो भी दर्ज किया गया था. FY23  में अबतक FIIs भारतीय शेयर बाजारों से 9 अरब डॉलर निकाल चुके हैं. जबकि, DIIs ने 11 अरब डॉलर का निवेश किया है. NSDL के डेटा के मुताबिक, बीते 8 महीने में FIIs का 80 फीसदी आउटफ्लो फाइनेंशयल और टेक सेक्‍टर में हुआ है.

मार्केट का लॉन्‍ग टर्म आउटलुक पॉजिटिव 

एक्सिस सिक्‍युरिटीज का कहना है कि मार्केट के लॉन्‍ग टर्म आउटलुक को लेकर वह पॉजिटिव है. कैपेक्‍स स्‍पेंडिंग और बैंकों की बेहतर होती क्रेडिट ग्रोथ बाजार के लिए फेवरेबल सपोर्ट है. बजट 2022 में खर्च को बूस्‍ट देने के एलान का FY23 ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा. FY21/22 Nifty EPS क्रमश: 15%/37% से 534/734 हो गया. NSE 500 यूनिवर्स का बीती 4 तिमाही में कुल नेट प्रॉफिट ऑल टाइम हाई लेवल (Q4FY22 में 9.5 लाख करोड़ रु) पर पहुंच गया. फाइनेंशियल्‍स, ऑयल एंड गैस, मेटल्‍स और आईटी का NSE 500 की प्रॉफिटिबिलिटी में 70 फीसदी योगदान रहा.  FY23/24 में Nifty EPS 826/920 पर रह सकता है. ब्रोकरेज फर्म ने 2023 के लिए 18,400 रुपये का टारगेट रखा है. 

Axis Securities Top picks

ICICI Bank, Bajaj Auto, Tech Mahindra, Maruti Suzuki India, State Bank of India, Bharti Airtel, Cipla, Federal Bank, Varun Beverages, Ashok Leyland, Astral Ltd (India), Bata India, APL Apollo Tubes, HealthCare Global Enterprises, Praj Industries, CCL Products (India)