Editor's Take: घरेलू शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद बाजार मौका मिलते ही रिकवरी दिखा रहे हैं. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि बाजार में कुछ सकारात्मक संकेत देखने को मिल रहे हैं. कैश मार्केट में एफआईआई की बिकवाली कम हो गई है, और उन्होंने नेट-नेट ₹877 करोड़ की खरीदारी की है. इसके साथ ही घरेलू फंड्स का रुख लगातार पॉजिटिव बना हुआ है. कल घरेलू निवेशकों ने ₹1615 करोड़ की खरीदारी की.

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HMPV वायरस को लेकर कोई बड़ी निगेटिव खबर नहीं आई है, जो बाजार के लिए राहत भरी बात है. इसके अलावा, बाजार अपने अहम सपोर्ट लेवल को बनाए रखने में सफल रहे हैं, जिससे निवेशकों को उम्मीद बंधी हुई है.

आज बाजार के लिए क्या है खराब?

हालांकि, कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं. अमेरिकी बाजारों में कमजोरी का सिलसिला जारी है. डाओ लगातार दूसरे दिन गिरकर दिन के निचले स्तर पर बंद हुआ. एफआईआई की बिकवाली कम जरूर हुई है, लेकिन उन्होंने खरीदारी अभी तक शुरू नहीं की है.

ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव बना हुआ है, जिससे बाजार वहां टिक नहीं पा रहे हैं. साथ ही, अब तक आए तिमाही अपडेट्स में भी कुछ खास उत्साहजनक संकेत नहीं मिले हैं.

क्या अमेरिका की कमजोरी का असर पड़ेगा?

अमेरिकी बाजारों में पिछले कुछ दिनों से उतार-चढ़ाव बढ़ा है. डाओ लगातार मजबूती गंवाकर निचले स्तर पर बंद हो रहा है. ब्याज दरें जल्दी और ज्यादा घटने की संभावना नहीं है, जिससे निवेशक सतर्क हैं.

बॉन्ड यील्ड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जो अब 4.7% तक पहुंच चुकी है. इसके अलावा, कच्चा तेल भी धीमी गति से बढ़ते हुए $77 तक पहुंच गया है, जो बाजार के लिए चिंता का विषय हो सकता है.

एफआईआई की बिकवाली कम, खरीदारी की उम्मीद?

कैश मार्केट में एफआईआई की बिकवाली लगातार कम हो रही है. स्टॉक और इंडेक्स फ्यूचर्स में हल्की खरीदारी के संकेत मिले हैं. हालांकि, इंडेक्स लॉन्ग पोजीशन अभी भी 20% पर है, जो काफी कम है.

निचले स्तरों से शॉर्ट कवरिंग और खरीदारी लौटने की संभावना है, जिससे बाजार को सहारा मिल सकता है. फिलहाल एफआईआई की ओर से बड़ी बिकवाली का डर कम हो गया है.

तेजी-मंदी दोनों में कॉन्फिडेंस क्यों कम?

अमेरिकी बाजारों में उतार-चढ़ाव के कारण संकेत स्पष्ट नहीं हैं. ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने की संभावना और बजट जैसे बड़े ट्रिगर्स का बाजार इंतजार कर रहा है. एफआईआई भी ना तो बड़े स्तर पर बेच रहे हैं और ना ही खरीदारी कर रहे हैं.

हमारे बाजार भी एक रेंज में फंसे हुए हैं. सपोर्ट लेवल से बाजार रिकवरी कर रहा है, लेकिन ऊपरी स्तरों पर टिकना मुश्किल हो रहा है. नतीजों के सीजन की शुरुआत के साथ ही बाजार को स्पष्ट संकेत मिल सकते हैं.

आज की रणनीति:

गैप से नीचे खुलने पर खरीदारी का मौका बन सकता है. बाजार में दोनों तरफ ट्रेडिंग के मौके होंगे. हालांकि, ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली करना भी जरूरी है. यदि आप सिर्फ खरीदारी करना चाहते हैं तो ‘Buy On Dips’ की रणनीति अपनाएं.

निफ्टी 23825 और बैंक निफ्टी 50750 के ऊपर बंद होने पर कमजोरी खत्म होने के संकेत मिल सकते हैं. वहीं, यदि निफ्टी 23500 और बैंक निफ्टी 49750 के नीचे बंद होता है, तो बाजार में कमजोरी बढ़ सकती है.

ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए सलाह:

निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. अपनी पोजीशन होल्ड रखें और पैनिक में अच्छे शेयरों में नई खरीदारी करें. ट्रेडर्स के लिए इतना उतार-चढ़ाव संभालना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में बाजार में हल्का रहें और छोटी पोजीशन लें. स्टॉपलॉस को पहले से सिस्टम में डालकर रखें ताकि किसी भी अनिश्चितता से बचा जा सके.

अनिल सिंघवी के मुताबिक, बाजार अभी एक रेंज में है और दोनों तरफ ट्रेडिंग के मौके दे रहा है. नतीजों के सीजन और आगामी बजट से बाजार को दिशा मिलने की संभावना है. ऐसे में निवेशकों और ट्रेडर्स को सतर्कता और धैर्य के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है.