Editor's Take: IT शेयरों में हो रही है भारी बिकवाली, अनिल सिंघवी ने बताए खरीदारी के लिए दूसरे बेहतर सेक्टर
Editor's Take: आईटी शेयरों पर निवेशकों को क्यों भरोसा नहीं हो रहा है या इस सेक्टर में इतनी बिकवाली क्यों हो रही है, इस पर ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है.
Editor's Take: शेयर बाजार से मिल रहे सेंटीमेंट्स की बात करें तो ग्लोबल बाजारों से ठीकठाक सेंटीमेंट्स मिल रहे हैं लेकिन आईटी शेयरों में लगातार बिकवाली देखने को मिल रही है. इसके अलावा आईटी शेयरों के नतीजे भी कमजोर आ रहे हैं और मेटा का शेयर भी 25 फीसदी तक टूटा है. आईटी शेयरों पर निवेशकों को क्यों भरोसा नहीं हो रहा है या इस सेक्टर में इतनी बिकवाली क्यों हो रही है, इस पर ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है. अनिल सिंघवी ने कहा कि हमारे लिए बॉन्ड यील्ड का 4 फीसदी से कम होना सही है और डॉलर इंडेक्स भी 110 के लेवल पर है. अनिल सिंघवी ने कहा कि बाजार और डॉलर इंडेक्स का कनेक्शन एकदम सही चल रहा है.
अमेरिकी बाजारों की कैसी रही चाल?
अमेरिकी बाजारों की बात करें तो कल भारतीय बाजारों की क्लोजिंग के समय डाओ फ्यूचर्स सुस्त था और नैस्डेक का गिरना पहले ही तय था. मेटा के शेयर टूटे, जिसकी वजह से नैस्डेक में काफी गिरावट देखने को मिली. अनिल सिंघवी ने कहा कि ग्लोबल बाजारों से भारतीय बाजारों के लिए कोई खराबी के संकेत नहीं है.
आईटी में अगले 6 महीने तक नहीं बनेंगे पैसे
अनिल सिंघवी ने कहा कि भारतीय बाजारों में आईटी शेयरों में इतनी गिरावट इसलिए है क्योंकि अभी तक इस सेक्टर को लेकर हम पॉजिटिव नहीं हुए हैं. दिसंबर नतीजों के बाद मार्च नतीजों के आधार पर तय किया जाएगा कि अब आईटी शेयरों में क्या किया जाएगा. अनिल सिंघवी ने कहा कि अगर आप अभी आईटी सेक्टर का कोई भी शेयर लेते हैं तो अगले 6 महीने तक आपको मुनाफा नहीं होने वाला है.
अनिल सिंघवी ने देश में आईटी सेक्टर की कंपनियों के नतीजे बेहतर लगे हैं क्योंकि कंपनियों की अर्निंग्स की उम्मीदें ही कम कर दी गई हैं. लेकिन आईटी शेयरों के लिए ग्लोबल मूड और माहौल बहुत जरूरी है. इसलिए हमारे यहां नतीजे इतने खराब नहीं दिख रहे हैं. अनिल सिंघवी ने कहा कि अमेरिकी आईटी कंपनियों को अभी भी दिक्कतें झेलनी पड़ेंगी.
मार्च के बाद आईटी सेक्टर पर होगी खास नजर
अनिल सिंघवी ने कहा कि मंदी के समय खर्चे कम किए जाते हैं, आईटी बजट कम होते हैं. लेकिन बाद में आईटी बजट बढ़ते हैं क्योंकि कॉस्ट कटिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा आईटी का सहारा लेना पड़ता है. 6-9 महीने का जो ट्रांजिशन पीरियड है वो आईटी शेयर के लिए मुश्किल हो सकता है.
अनिल सिंघवी ने कहा कि मार्च तक आईटी शेयरों पर कॉशियस हैं और मार्च के बाद ग्लोबल परिस्थितियां कैसी हैं, इसके आधार पर आईटी सेक्टर में खरीदारी करनी है या नहीं करनी है, इस पर फैसला करेंगे. अनिल सिंघवी ने कहा कि ट्रेडिंग के लिए आईटी सेक्टर देख सकते हैं लेकिन इन्वेस्टमेंट के लिहाज से आईटी शेयरों से दूरी बना सकते हैं.
किन शेयरों में कर सकते हैं खरीदारी
अनिल सिंघवी के मुताबिक, शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए सीमेंट, लिकर, टेक्सटाइल सेक्टर को चुना जा सकता है और यहां पैसा लगाया जा सकता है. अगर 3-6 महीने का व्यू रख रहे हैं तो दूसरे सेक्टर देख सकते हैं लेकिन अगर लंबे समय का व्यू है तो आईटी शेयरों में खरीदारी कर सकते हैं.