Editor's Take: घरेलू शेयर बाजारों में इस हफ्ते रिकवरी दिखाई दे रही है, लेकिन बाजार में ऊपरी स्तरों से गिरावट भी देखी जा रही है. बुधवार और गुरुवार को बाजार में ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली देखी गई. विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से खरीदारी और बाजार में सेंटीमेंटल करेक्शन आ जाने के बाद अब थोड़ी स्थिरता दिखाई दे रही है. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने बाजार के एनालिसिस में कहा कि बाजार अस्थिर है. यहां Buy on Dips की रणनीति लेकर चलें लेकिन ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली भी करें.

निफ्टी में गिरावट से क्या सीखें?

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कल बाजार में तेज उछाल के बाद अचानक आई गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया. निफ्टी दिन के उच्चतम स्तर 24,575 से लगभग 200 प्वाइंट लुढ़क गया. यह घटना बाजार की अस्थिरता को दर्शाती है और निवेशकों के लिए सतर्कता बरतने का संकेत देती है. गिरावट से सीखने योग्य कुछ बातें हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान स्टॉपलॉस का इस्तेमाल जरूरी है, ताकि अप्रत्याशित गिरावट में नुकसान से बचा जा सके. डरने की जरूरत नहीं है. अहम सपोर्ट लेवल पर खरीदारी के मौके तलाशें. बाजार में गिरावट के बाद उछाल जल्दी आता है, इसलिए सतर्कता के साथ निवेश करें.

FIIs की शॉपिंग जारी

विदेशी निवेशक (FIIs) लगातार बाजार में खरीदारी कर रहे हैं, जिससे बाजार को सहारा मिल रहा है. कैश और इंडेक्स फ्यूचर्स में FIIs ने कल भी खरीदारी की.  स्टॉक फ्यूचर्स में ₹4300 करोड़ की बड़ी बिकवाली दर्ज की गई.  बड़ी ब्लॉक डील्स फिर से सक्रिय हो रही हैं. QIP की बहार है. कंपनियां क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट्स के जरिए फंड जुटा रही हैं. लोकल फंड्स का रुख मिला-जुला रहा, लेकिन कुल मिलाकर FIIs के आंकड़े सकारात्मक हैं.

निफ्टी की क्लोजिंग क्यों है अहम?

आज निफ्टी की वीकली एक्सपायरी है, जो बाजार की दिशा तय करेगी. 24,500 के ऊपर एक्सपायरी होने पर निफ्टी का अगला लक्ष्य 25,000-25,200 हो सकता है. 24,250 के नीचे क्लोजिंग बाजार को कमजोर दिखाएगी. निवेशकों को ‘Buy on Dips’ की रणनीति अपनानी चाहिए, लेकिन ऊपर की तेजी में प्रॉफिटबुकिंग भी करते रहें.

बैंक निफ्टी पर आज क्यों टिकी हैं निगाहें?

RBI की कल आने वाली मौद्रिक नीति (पॉलिसी) से पहले कल बैंक निफ्टी में मजबूती देखी गई. कल बैंक निफ्टी ने 53,000 के ऊपर बड़ा ब्रेकआउट दर्ज किया. CRR कटौती की उम्मीद है. 60% विशेषज्ञ मानते हैं कि RBI CRR में कटौती कर सकता है. कुछ निवेशकों को ब्याज दरों में कटौती की भी उम्मीद है. 52,650 के ऊपर बंद होना बाजार की मजबूती का संकेत होगा. 53,400 के ऊपर क्लोजिंग तेजी को और मजबूत करेगी.

बाजार की अस्थिरता को समझते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतने और रणनीतिक निवेश की सलाह दी जाती है. FIIs की खरीदारी और RBI की पॉलिसी से बाजार में सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है.