Editor's Take: इस हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल? ट्रेडर्स पढ़ लें Market Outlook
Editor's Take: कमजोर जीडीपी के आंकड़े आए हैं, ग्लोबल बाजारों से भी 3 बड़े ट्रिगर हैं. ऐसे में इस हफ्ते निफ्टी-बैंक निफ्टी के लिए कहां सपोर्ट लेवल है और ट्रेडर्स को कमाई के मौके कहां मिलेंगे, ये देखने वाली बात है.
Editor's Take: घरेलू शेयर बाजारों में पिछले हफ्ते मोमेंटम में थोड़ा सुधार आने के बाद इस हफ्ते की चाल पर नजर रहेगी. बाजार के लिए वैसे तो कई बड़े ट्रिगर्स हैं, जो निगेटिव भी हो सकते हैं, लेकिन ये देखना होगा कि इनका कैसा और कितना असर होगा. कमजोर जीडीपी के आंकड़े आए हैं, ग्लोबल बाजारों से भी 3 बड़े ट्रिगर हैं. ऐसे में इस हफ्ते निफ्टी-बैंक निफ्टी के लिए कहां सपोर्ट लेवल है और ट्रेडर्स को कमाई के मौके कहां मिलेंगे, ये देखने वाली बात है.
कमजोर GDP आंकड़े बिगाड़ेंगे मूड?
हालिया GDP आंकड़ों में गिरावट की आशंका पहले से ही थी, जिसे कंपनियों के दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजों ने पहले ही संकेत दे दिया था. वित्त वर्ष 2025 (FY25) की GDP ग्रोथ के 7% के नीचे रहने की उम्मीद जताई जा रही है. हालांकि, नवंबर में 8.5% की ग्रोथ के साथ GST कलेक्शन ने कुछ राहत जरूर दी है. आने वाले 6 महीनों में GDP ग्रोथ में सुधार हो सकता है. लेकिन यह दो बड़े ट्रिगर्स पर निर्भर करेगा-
#1: क्या होगा RBI का एक्शन?
6 दिसंबर को होने वाली मौद्रिक नीति बैठक (RBI पॉलिसी) में ब्याज दरों में कटौती के संकेत पर सबकी नजर है.
कमजोर क्रेडिट ग्रोथ से निपटने के लिए CRR (कैश रिजर्व रेशियो) में कटौती होगी या नहीं.
हालांकि, 6.2% पर पहुंची महंगाई को देखते हुए RBI को ग्रोथ और महंगाई के बीच संतुलन बनाना होगा.
#2: सरकार का कैपेक्स आएगा जोर से?
ग्रोथ की चाबी अब सरकार के हाथ में है.
प्राइवेट सेक्टर से फिलहाल ज्यादा उम्मीद नहीं है.
चुनाव खत्म होने के बाद वित्त वर्ष के बचे 4 महीनों में सरकारी खर्चों के बढ़ने की संभावना है, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सकती है.
आज के 3 सबसे बड़े ग्लोबल संकेत
1. ट्रंप की धमकियों का असर?
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियां अधिकतर प्रतीकात्मक मानी जा रही हैं.
BRICS का अपनी करेंसी बनाने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है.
ट्रंप दूसरे देशों पर टैरिफ लगा सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे.
असल असर उनके राष्ट्रपति बनने (20 जनवरी) के बाद दिखेगा.
2. लाइफ हाई पर अमेरिकी बाजार
अमेरिकी बाजारों में तेजी जारी है.
डाओ जोंस ने दूसरी बार 45,000 का आंकड़ा छू लिया.
ट्रंप रैली के चलते डाओ के 46,000-48,000 तक जाने की उम्मीदें बरकरार हैं.
3. यूक्रेन-रूस युद्ध में सकारात्मक संकेत
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के साथ युद्ध समाप्त करने की इच्छा जताई है.
यह बयान वैश्विक बाजारों के लिए सकारात्मक माना जा रहा है.
इस हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल?
23775-23900 रहेगा मजबूत सपोर्ट
24350-24500 ऊपरी रेंज
निफ्टी 23900 या 24350 के ऊपर बंद हो तो देगा बड़ा मूव
23900 के नीचे कमजोर होने पर फिर से 23000-23250 की रेंज आने का खतरा
24350, 24500 को पार किया तो 25000-25200 का अगला टार्गेट
बैंक निफ्टी के लिए 6 दिसंबर की RBI पॉलिसी बेहद अहम
उससे पहले 52500 पार करके टिके तो बनेगी अच्छी तेजी
नीचे में 51000-51300 अगला बड़ा सपोर्ट
51750 के नीचे बंद होने पर बढ़ेगी कमजोरी
52500 के ऊपर बंद होने पर बढ़ेगी मजबूती
EDITOR’s TAKE:
ग्लोबल और लोकल दोनों संकेत मिले-जुले
FIIs के आंकड़े भी मिले-जुले
शुक्रवार की रिकवरी से सेंटिमेंट बेहतर
ऑटो बिक्री के आंकड़ों से भी कोई खास संकेत नहीं
दोनों तरफ मिलेंगे ट्रेडिंग के मौके