Demat Account: शेयर बाजार में शेयरों को खरीदने और बेचने में डीमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है. जैसे बैंक में पैसा जमा करने के लिए सेविंग्स अकाउंट (Savings Account) की जरूरत होती है, ठीक वैसे ही शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) की जरूरत होती है. बैंक खाते की तरह ही आप डीमैट खाता भी एक से ज्यादा रख सकते हैं. हालांकि अगर आपके पास मल्टीपल डीमैट अकाउंट हैं और इन्हें एक-दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो इसका भी ऑप्शन मिलता है. एक डीमैट अकाउंट को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करने के दो तरीके हैं. ये काम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से हो सकता है. 

क्यों ट्रांसफर करते हैं डीमैट अकाउंट?

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डीमैट अकाउंट को ट्रांसफर करने के कई कारण हो सकते हैं. कोटक सिक्योरिटीज के मुताबिक, एक डीमैट अकाउंट को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करना काफी आसान काम है. हालांकि इसे ट्रांसफर करने के कई कारण हो सकते हैं. कई बार एक साथ कई सारे डीमैट अकाउंट एक साथ चलाने पर उनका रखरखाव में दिक्कत होती है. इसके अलावा कई बार लोग ब्रोकरेज की राशि को बचाने के लिए भी मल्टीपल डीमैट अकाउंट को ट्रांसफर कर सकते हैं. 

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Demat Account: नहीं इस्तेमाल कर रहे हैं डीमैट खाता तो यूं करा सकते हैं बंद, यहां जानिए पूरी प्रोसेस

  • सबसे पहले CDSL की वेबसाइट पर जाएं
  • रजिस्टर ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करें
  • EASIEST ऑप्शन को चुनें
  • यहां अपनी डीटेल्स भरें और प्रिंटआउट निकालें
  • इस प्रिंट को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को भेजें
  • DP इसे सेंट्रल डिपॉजिटरी को भेजेगा और डीटेल वेरिफाई करेगा
  • 1-2 दिन बाद मेल पर लॉगिन के क्रेडेंशियल मिल जाएंगे
  • लॉग-इन करके आप ब्रोकर्स की लिस्ट देख सकते हैं

ऑफलाइन तरीके से ऐसे ट्रांसफर कर सकते हैं Demat Account?

ऑफलाइन तरीके से ट्रांसफर कराने के लिए आपको पहले अपने ब्रोकर्स से डिलिवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) लेनी होगी. इस स्लिप में शेयरों को ट्रांसफर करने से जुड़ी डीटेल्स देनी होगी. इन डीटेल्स को भरने के बाद ही आप अपने शेयर ट्रांसफर कर पाएंगे. यहां जानिए कि स्लिप में क्या डीटेल्स भरनी होती हैं.

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  • बेनेफिशयरी ब्रोकर ID - ये ब्रोकर की 16 डिजिट की आईडी होगी. इस स्लिप में आपको मौजूदा और नए ब्रोकर दोनों की आईडी देनी होगी
  • इंटरनेशनल सिक्योरिटीज आइडेंटिफिकेशन नंबर - ये अलग-अलग शेयरों की पहचान करने के लिए बनाई जाती है और स्लिप में इसे ध्यान से भरा जाता है क्योंकि जो आईडी आपने भरी होगी, वही शेयर ट्रांसफर किए जाएंगे
  • ट्रांसफर की तरीका - अगर आपको इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर करना है तो आपको ऑफ मार्केट चुनना होगा. अगर नहीं, तो दूसरा इंटर-डिपॉजटरी विकल्प चुनना होगा

 

स्लिप में ये सभी डीटेल देने के बाद आपको आखिरी में अपना हस्ताक्षर करना है. इसके बाद मौजूदा ब्रोकर के पास इसे सब्मिट कर देना है. इस ट्रांसफर के लिए ब्रोकर आपको चार्ज करेगा. हालांकि अलग-अलग ब्रोकर के चार्ज अलग हो सकते हैं.