महंगाई डेटा के बाद अमेरिकी मार्केट में तेजी, भारतीय बाजार के लिए अच्छी खबर; 9 दिनों से जारी है बुल रन
Core Inflation Rate में कमी के कारण अमेरिकी बाजार में तेजी है. Indian Stock Market के लिए यह पॉजिटिव खबर है जो नौ दिनों से बुल रन में है. निफ्टी पहले ही 20 हजार के पार क्लोजिंग दे दिया है.
Core Inflation cooling off in US: अगस्त महीने के लिए महंगाई का डेटा जारी होने के बाद अमेरिकी बाजार में तेजी का रुख दिख रहा है. महंगाई में तेजी आई है लेकिन कोर इंफ्लेशन रेट घटने के कारण बाजार का सेंटिमेंट पॉजिटिव दिख रहा है. डाओ जोन्स में 80 अंकों का उछाल देखा जा रहा है. अगस्त महीने में अमेरिका में महंगाई दर 3.7 फीसदी रही. यह बाजार के अनुमान से ज्यादा रहा. कोर इंफ्लेशन रेट 4.3 फीसदी रहा जो जुलाई में 4.7 फीसदी था.
FOMC की अहम बैठक
19-20 सितंबर को फेडरल रिजर्व ओपन मार्केट कमिटी यानी FOMC की अहम बैठक होगी. इसी बैठक में इंटरेस्ट रेट को लेकर फैसला किया जाता है. जानकारों का कहना है कि फेडरल रिजर्व के लिए कोर इंफ्लेशन रेट महत्वपूर्ण होता है. वह घट रहा है. इसका मतलब, ब्याज स्थिर रहेगा. इसी उम्मीद से बाजार में बहार है.
भारतीय बाजार के लिए पॉजिटिव संकेत
अगर फेड ब्याज नहीं बढ़ाएगा तो शेयर बाजार के लिए अच्छी खबर है. भारतीय बाजार के लिहाज से बात करें तो नौ कारोबारी सत्रों से तेजी जारी है. निफ्टी ने 20 हजार के पार ऑल टाइम हाई पर क्लोजिंग दिया है. बुधवार को FII ने 1632 करोड़ रुपए की बिकवाली की. ऐसे में अगर ब्याज बढ़ने का खतरा घटता है तो भारतीय बाजार को ग्लोबल मार्केट से भी सपोर्ट मिलेगा.
जुलाई में ब्रिटेन का ग्रोथ आधा फीसदी घटा
इधर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था जुलाई के महीने में डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होने और बेमौसम की बरसात से हुए नुकसान की वजह से 0.5 फीसदी घट गई. ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने बुधवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी. इसके मुताबिक, जुलाई महीने में अर्थव्यवस्था का आकार एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले आधा फीसदी घट गया. सांख्यिकी कार्यालय ने इस गिरावट के लिए जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़े असर और बहुत अधिक बारिश होने से आर्थिक गतिविधियों में आई नरमी को जिम्मेदार बताया. इसके पहले जून में तेजी का माहौल रहा था. ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में आई गिरावट से इसके मंदी में चले जाने की आशंका को अधिकतर अर्थशास्त्रियों ने खारिज किया है. उनका कहना है कि मासिक वृद्धि आंकड़े ऊपर-नीचे होने के बावजूद वृद्धि में तेजी जारी रहने की उम्मीद है.
यूरोपियन बाजार का हाल
अमेरिका से पॉजिटिव संकेत लेकिन ग्रोथ रेट घटने के कारण यूरोपियन मार्केट फ्लैट है. इंग्लैंड का FTSE महज 6 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. फ्रांस के CAC में 0.40 फीसदी की गिरावट है. वहीं, जर्मनी के DAX में भी 0.40 फीसदी की गिरावट है. जापान का निक्केई और कोरिया का कोस्पी भी गिरावट के साथ बंद हुआ.
डॉलर इंडेक्स, क्रूड और बॉन्ड यील्ड का हाल
महंगाई का डेटा आने के बाद डॉलर इंडेक्स 104.36 पर फ्लैट है. 10 साल की अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में 0.3 फीसदी की तेजी है और यह 4.27 फीसदी के स्तर पर है. कमोडिटी मार्केट में क्रूड में 0.3 फीसदी की तेजी है और यह 89 डॉलर प्रति बैरल के पार कारोबार कर रहा है. यह 10 महीने के हाई के करीब बना हुआ है. क्रूड में तेजी बाजार और इकोनॉमी के लिए ठीक नहीं है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें