Budget 2023 से पहले बाजार का कैसा रहेगा मूड, आंकड़े दे रहे ये बड़े संकेत; पोर्टफोलियो में इन स्टॉक्स को शामिल करने का मौका
Budget 2023: बीते पांच सालों में शेयर बाजार के प्रदर्शन पर गौर करें तो 1-31 जनवरी के बीच बीते चार सालों से लगातार निफ्टी ने निगेटेव रिटर्न दिया है. माना जा रहा है कि इस साल सरकार का फोकस कैपिटल एक्सपेंडिचर पर होगा.
Budget 2023: बजट की तैयारी आखिरी चरण में है. आज से ठीक नौ दिन बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह वर्तमान सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट है. माना जा रहा है कि यह पॉप्युलिस्ट बजट होगा. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बजट में लॉन्ग टर्म ग्रोथ पर फोकस रहेगा. फिस्कल कंसोलिडेशन लाने का प्रयास जारी रहेगा. करेंट अकाउंट डेफिसिट कम करने की कोशिश होगी. सबसे ज्यादा फोकस कैपिटल एक्सपेंडिचर पर होगा, जिसकी मदद में सुधार आए और मंदी के शोरगुल में ग्रोथ को सपोर्ट मिले. शेयर बाजार के निवेशक इन्फ्रा, एनर्जी और डिफेंस सेक्टर्स पर नजर रख सकते हैं.
कैपिटल एक्सपेंडिचर पर होगा सरकार का फोकस
शेयरखान ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जनरल इलेक्शन 2019 से ठीक पहले यूनियन बजट 2018-19 के बजट से अगर अनुमान लगाएं तो सरकार का फोकस कैपिटल एक्सपेंडिचर पर होगा. सरकार पॉल्युलिस्ट की जगह ग्रोथ वाले बजट पर फोकस करेगी. हालांकि, किसी तरह के रिफॉर्म की उम्मीद कम है. ब्रोकरेज ने कहा कि इन्फ्रा सेक्टर्स पर निवेशक नजर बनाकर रखें. इसके अलावा ऑटोमोबाइल, सीमेंट सेक्टर पर भी फोकस रखना चाहिए. ब्रोकरेज ने बजट से पहले लार्जकैप में एक्सिस बैंक, स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, L&T, डाबर, महिंद्रा एंड महिंद्रा और HAL को चुना है.
मार्केट गुरु ने कहां दी नजर रखने की सलाह
यह बजट से ठीक पहले वाला हफ्ता है. अगले हफ्ते तीसरे कारोबारी सत्र के दिन बजट पेश किया जाएगा. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल संघवी ने कहा कि बजट थीम के आधार पर इन्फ्रा, सीमेंट, फर्टिलाइजर्स स्टॉक्स पर नजर रख सकते हैं. इसके अलावा रेलवे स्टॉक्स पर भी नजर रखें. एग्रो केमिकल्स पर भी नजर बनाकर रखी जा सकती है. मार्केट गुरु ने ये भी कहा कि ग्लोबल मार्केट के अनुरूप मेटल्स पर नजर टिकाए रखें. अगल ग्लोबल मार्केट में तेजी आएगी तो मेटल्स में तेजी आएगी.
बीते 10 सालों का प्रदर्शन
प्री-बजट सेशन की बात करें तो बीते दस सालों में बाजार में माइनस 6 फीसदी से 3 फीसदी तक की गिरावट और तेजी रही है. IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 से अब तक 5 साल बजट से ठीक पहले वाले महीने में बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 6 साल इसमें तेजी रही. 2011, 2014, 2016, 2021 में शेयर बाजार ने बजट से ठीक एक महीने पहले निगेटिव रिटर्न दिया.
4 सालों से लगातार निफ्टी ने निगेटिव रिटर्न दिया
जैसा कि हम जानते हैं साल 2017 में पहली बार 1 फरवरी को तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश किया था. उसके बाद से यह लगातार इसी तारीख को पेश किया जा रहा है. बीते पांच सालों के प्रदर्शन पर गौर करेंगे तो 1-31 जनवरी के बीच बाजार ने बीते चार सालों से लगातार निगेटिव रिटर्न दिया है. सबसे बड़ी गिरावट 2021 में दर्ज की गई थी.
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