सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में दो सालों की सबसे बड़ी उछाल देखी जा रही है. मंगलवार को बिटकॉइन 57,000 डॉलर के ऊपर चला गया. इस क्रिप्टोकरेंसी में 9 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई और ये नवंबर, 2021 के बाद पहली बार इस लेवल के ऊपर गया. इसके अलावा, मार्केट वैल्यू के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी जबरदस्त तेजी दर्ज की जा रही है. क्रिप्टो कॉइन इस महीने लगभग 41% के गेन पर चल रहा है और 2022 के बाद से पहली बार 3,200 डॉलर के ऊपर का लेवल छुआ है. लेकिन बाजार में तेजी की वजह क्या है?

Bitcoin में तेजी की क्या वजह है?

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Bitcoin में पिछले दो सत्रों में 10 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की गई है. इसके पीछे बड़ी वजह कंपनियों की ओर से बिटकॉइन में खरीदारी को माना जा रहा है. Reuters के मुताबिक, क्रिप्टो इन्वेस्टर और सॉफ्टवेयर फर्म MicroStrategy ने ये खुलासा किया था कि उसने हाल ही में 155 मिलियन डॉलर के आउटले के लिए 3,000 बिटकॉइन खरीदे थे. इसके पहले Reddit ने ये बताया है कि उसने भी अपने अतिरिक्त कैश रिजर्व में से बिटकॉइन और एथर खरीदे हैं.

इसके अलावा इस तेजी के पीछे Bitcoin ETF का भी हाथ है. यूएस में लिस्टेड बिटकॉइन ईटीएफ में बढ़ते ट्रेडिंग वॉल्यूम से भी क्रिप्टोकरेंसी को बूस्ट मिला है. सोमवार को जहां ब्रॉडर मार्केट्स में निवेशक थोड़े सतर्क दिख रहे थे, वहीं क्रिप्टो से जुड़े फर्म्स में तेजी दिखाई दी और कई फंड्स के ट्रेडिंग वॉल्यीम में बढ़त दिखी.

बिटकॉइन में तेजी के पीछे एक और कारण को माना जा रहा है. अप्रैल में कुछ बड़ा होने जा रहा है. यहां बिटकॉइन Halving प्रोसेस शुरू होने जा रहा है. इससे बिटकॉइन के रिलीज को धीमा करने में मदद मिलेगी. दरअसल, बिटकॉइन को जब बनाया गया था, तब ये लिमिट लगा दी गई थी कि 21 मिलियन बिटकॉइन ही माइन किए जा सकेंगे, और अभी तक 19 मिलियन बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं. ऐसे में अप्रैल में इसका halving process शुरू किया जाना है, ताकि नए कॉइन्स की माइनिंग को कम किया जा सके.

इसके अलावा, स्पॉट Ether के ETF के लिए भी नियामक संस्थाओं से मंजूरी मिलने की संभावनाओं पर बातचीत चल रही है, जिसके चलते कॉइन की कीमतों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है.