भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) को निवेशकों ने हाथों हाथ लिया है. इसे 1.7 गुना बोलियां मिलीं. शुक्रवार को बंद होने के साथ बॉन्ड के जरिए 12,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं. सार्वजनिक कंपनियों के पूंजी व्यय में इस रकम का इस्‍तेमाल होगा. 

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इस ईटीएफ (Exchange Traded Fund) का आकार 7,000 करोड़ रुपये था. दीपम के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्वीट किया-भारत के पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड ETF भारत बॉन्ड को विभिन्न खंड के निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली. इस निर्गम को करीब 1.7 गुना अभिदान मिला. इससे करीब 12,000 करोड़ रुपये जुटाए गए.

भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में नॉन रेजिडेंट इंडियन (NRI) काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. दरअसल दूसरे कई डेट प्रॉडक्ट्स में निवेश पर पाबंदियों के चलते उनके पास फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को छोड़ दूसरे विकल्प बहुत कम रह गए हैं.

इस स्कीम में दो विकल्प हैं. एक ऑप्शन की परिपक्वता अवधि (Maturity Period) 3 साल और दूसरे की 10 साल. यानी एक 2023 में मैच्योर होगा और दूसरा 2030 में. इसमें सिर्फ ग्रोथ ऑप्शन मिलेगा, डिविडेंड ऑप्शन नहीं मिलेगा.

क्या होता है ETF

ईटीएफ म्यूचुअल फंड की तरह ही होते हैं. ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Exchange Traded Fund) कई तरह की सिक्योरिटीज में निवेश (Investment In Securities) करता है जो किसी विशेष इंडेक्स को ट्रैक करता है.

इसमें सबसे बड़ा अंतर यही है कि इसे स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) के माध्यम से ही खरीदा या बेचा जा सकता है. जैसे आप किसी भी स्टॉक को खरीदते हैं, वैसे ही आप ETF को भी एक्सचेंज से ट्रेडिंग के समय खरीद सकते हैं.

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड सिर्फ सार्वजनिक क्षेत्र के AAA रेटिंग वाले बांड में निवेश करेगा. 3 साल के मैच्‍योरिटी पीरियड का ETF, निफ्टी भारत बांड इंडेक्स- अप्रैल, 2023 तक रहेगा जबकि दस साल की मैच्‍योरिटी पीरियड का ETF, निफ्टी भारत बांड इंडेक्स-2030 तक रहेगा.