मार्केट रेग्युलेटर SEBI बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रहा है. इसका फायदा करीब 20 लाख निवेशकों को मिल सकता है. सेबी ने इसको लेकर स्टेक होल्डर्स के साथ शुरुआती चर्चा शुरू की है. आइए पूरी खबर को विस्तार से समझते हैं. जानकारी के मुताबिक, मार्केट रेग्युलेटर बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट पर राहत देने पर विचार कर रहा है. बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट की लिमिट 2 लाख रुपए है. इस लिमिट को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. अभी इस अकाउंट पर इक्विटी और डेट, दोनों की लिमिट 2-2 लाख रुपए है.   सेबी ने इस मामले पर शुरुआती चर्चा शुरू कर दी है.

लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने की तैयारी

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SEBI का इरादा इस लिमिट को बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने की है. इसके अलावा म्यूचुअल फंड को जोड़कर यह लिमिट 10 लाख रुपए तक बढ़ाई जा सकती है. अगर मार्केट रेग्युलेटर ऐसा कोई फैसला करता है तो 20 लाख लोग BSDA  कैटिगरी में आएंगे.

100 रुपए तक होता है सालाना चार्ज

बता दें कि बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट पर सालाना चार्ज 0-100 रुपए के बीच होता है, जबकि नॉन बेसिक डीमैट पर 150-500 रुपए का सालाना चार्ज होता है. बता दें कि 2012 में सेबी ने बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट को शुरू किया था. उस समय सेंसेक्स 18750 और निफ्टी 5700 पर था. बीते 11 सालों में सेंसेक्स 65000 और निफ्टी 18000 के पार पहुंच गया है.

50 हजार तक नॉन डेट पर चार्ज नहीं

2012 में करीब 2 करोड़ डीमैट होल्डर अब इनकी संखअया  12 करोड़   पर पहुंच गई है. बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट के फीचर की बात करें तो 50 हजार तक नॉन डेट और 1लाख रुपए तक डेट पर कोई एनुअल मेंटिनेंस चार्ज नहीं है. उससे अधिक होने पर यानी 50 हजार से 2 लाख रुपए तक नॉन डेट और 1-2 लाख के डेट पर 100 रुपए का एनुअल मेंटिनेंस चार्ज होता है. 

 

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