Adani Group-Hindenburg Research: अदानी ग्रुप (Adani Group) ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करने और निवेशकों और प्रोमोटर्स को आश्वस्त करने के उद्देश्य से अपनी कुछ कंपनियों के हिसाब-किताब की इंडिपेंडेंट ऑडिट कराने के लिए अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन (Grant Thornton) को नियुक्त किया है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research ) ने ग्रुप पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था.

खातों में गड़बड़ी की जांच की जाएगी

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ऑडिट में शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जैसे रेगुलेटर्स को यह प्रदर्शित करने के लिए है कि समूह ने कुछ नहीं छिपाया है और उसने सभी नियमों का पालन किया है. ऑडिट में विशेष रूप से यह देखा जाएगा कि फंड में कोई अनियमितता है और क्या लोन का उपयोग उसके अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए किया गया है, जिसके लिए यह लिया गया हो. ऑडिट इसकी पूरी जांच करेगा कि खातों में कोई गड़बड़ी नहीं है और परियोजनाएं सही दिशा में हैं, जिसके बारे में निवेशक जानना चाहते हैं.

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कमिटी गठन पर तैयार है सरकार

आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि शेयर बाजार के लिए रेगुलेटरी मैकेनिज्म को मजबूत करने के लिए एक्सपर्ट पैनल गठित करने प्रस्ताव को लेकर उसे कोई आपत्ति नहीं है. केंद्र सरकार और सेबी (SEBI) की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहताने कहा कि मार्केट रेगुलेटर और अन्य वैधानिक इकाइयां हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद उपजी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं. 

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