Accenture के दमदार नतीजों के बाद भारतीय IT कंपनियों पर ब्रोकरेज बुलिश; TCS, Infosys, Wipro, HCL पर देखें टारगेट
Accenture IT Stocks: यूएस में आईटी कंपनियों की परफॉर्मेंस मायने रखती है. एक्सचेंजर का रिजल्ट एक लीड इंडिकेटर बनता हुआ दिख रहा है. ऐसे में ब्रोकरेज फर्म ने भारतीय IT कंपनियों पर अपनी रेटिंग जारी की है.
Accenture IT stocks: अमेरिकी IT कंपनी एक्सेंचर (Accenture) फरवरी में समाप्त दूसरी तिमाही के नतीजे शानदार रहे हैं. कंपनी ने अपना रेवेन्यू गाइडेंस अब 24-26 फीसदी कर दिया है. गाइडेंस बढ़ने से तमाम कंपनियों के लिए इंडिकेटर्स बनता हुआ दिख रहा है. चूंकि, भारतीय आईटी कंपनियों का ज्यादातर बिजनेस यूरोप और यूएस मार्केट में है. यूएस में आईटी कंपनियों की परफॉर्मेंस मायने रखती है. एक्सचेंजर (Accenture) का रिजल्ट एक लीड इंडिकेटर बनता हुआ दिख रहा है. ऐसे में ब्रोकरेज फर्म ने भारतीय IT कंपनियों पर अपनी रेटिंग जारी की है. ब्रोकरेज की Infosys, TCS, Wipro, HCL में निवेश की सलाह बनाए रखी है.
भारतीय IT कंपनियों पर ब्रोकरेज की राय
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) की भारतीय IT कंपनियों पर कमेंट्री पॉजिटिव है. ब्रोकरेज ने मजबूत ऑर्डर बुक और कंपनियों की ओर से गाइडेंस में बढ़ोतरी को देखते हुए इन्फोसिस और TCS पर खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है.
क्रेडिट सुईस (Credit Suisse) ने इन्फोसिस (Infosys) पर 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 2,350 रुपये रखा है. ब्रोकरेज ने विप्रो (Wipro) पर 700 रुपये के टारगेट के साथ 'न्यूट्रल' की रेटिंग दी है. इसके अलावा, क्रेडिट सुईस ने HCL टेक और TCS पर 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग दी है. एचसीएल पर प्रति शेयर टारगेट 1650 रुपये और टीसीएस पर 4600 रुपये का है.
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एक्सेंचर रिजल्ट भारतीय IT कंपनियों के लिए लीड इंडिकेटर
एक्सेंचर (Accenture) के दूसरी तिमाही में दमदार नतीजे हैं. फरवरी आखिर को समाप्त तिमाही में कंपनी की आय 24 फीसदी की बढ़ोतरी है. कंपनी ने FY22 अगस्त अंत का रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस अब 24-26 फीसदी कर दिया है. गाइडेंस बढ़ने से यह तमाम आईटी कंपनियों के लिए इंडिकेटर्स बनता हुआ दिख रहा है. अगले महीने जो तिमाही नतीजों की शुरुआत होगी, उस पर नजर रहेगी.
US में IT कंपनियों की परफॉर्मेंस का असर अन्य आईटी कंपनियों पर भी होगा. इसमें एक्सचेंजर एक लीड इंडिकेटर बनता हुआ दिख रहा है. इनकम ग्रोथ गाइडेंस बढ़ाने के साथ ही नंबर के लिहाज से रिकॉर्ड बुकिंग है, जो 22 फीसदी उछलकर सालाना आधार पर 19.6 अरब डॉलर रही. कंसल्टिंग और आउटसोर्सिंग दोनों ही सेगमेंट में यह बुकिंग है. जिस तरह के नंबर एक्सचेंजर (Accenture) के हैं, उससे साफ संकेत है कि डिमाडं मोमेंटम आईटी कंपनकियों में काफी है. अब यह देखना है कि मार्जिन को लेकर भारतीय आईटी कंपनियां क्या करती हैं.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)