हाल ही में जोमैटो (Zomato) ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस (Platform Fees) बढ़ाई है. पहले यह फीस 4 रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 5 रुपये कर दिया गया है. यानी जोमैटो ने प्लेटफॉर्म फीस में 1 रुपये यानी करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. जोमैटो तेजी से अपने बिजनेस को प्रॉफिटेबल बनाने की कोशिशें कर रहा है. अगर दिसंबर तिमाही की बात करें तो उसमें कंपनी को 138 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट (Zomato Profit) हुआ था. अब कंपनी कोशिश कर रही है कि वह सालाना तौर पर भी मुनाफे में आ जाए.

करीब 6 महीने में 2.5 गुना बढ़ा चार्ज

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जोमैटो ने पिछले साल अगस्त में 2 रुपये का प्लेटफ़ॉर्म शुल्क लगाना शुरू किया था. इसके बाद इसे बढ़ाकर 3 रुपये कर दिया था। नए साल की पूर्व संध्या पर रिकॉर्ड खाद्य ऑर्डरों से उत्साहित होकर उसने जनवरी में प्रमुख बाजारों में अपने अनिवार्य प्लेटफ़ॉर्म शुल्क को 3 रुपये प्रति ऑर्डर से बढ़ाकर 4 रुपये कर दिया। इस तरह देखा जाए तो करीब 6-7 महीनों में प्लेटफॉर्म शुल्क में ढाई गुना तक की बढ़ोतरी हो गई है.

अगस्त के महीने में प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाए जाने के बाद जोमैटो के फायदा होना शुरू हो गया है. अगर सितंबर तिमाही की बात करें तो उसी में कंपनी को 36 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. वहीं दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा और बढ़कर 138 करोड़ रुपये हो गया. देखा जाए तो कंपनी को प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने से मुनाफे में बढ़त देखने को मिल रही है. यही वजह है कि कंपनी प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाए जा रही है.

1 रुपये बढ़ाकर करीब 100 करोड़ कमाएगी जोमैटो!

अगर बात जोमैटो के बिजनेस की करें तो दिसंबर तिमाही के नतीजों के अनुसार कंपनी हर साल करीब 95-90 करोड़ ऑर्डर डिलीवर करती है. अगर अब तक कंपनी के ऑर्डर्स की संख्या में थोड़ी बढ़ोतरी हुई होगी तो कंपनी करीब 1 अरब यानी 100 करोड़ सालाना ऑर्डर के आंकड़े पर पहुंच चुकी है. इस तरह देखें तो सालाना 100 करोड़ ऑर्डर से कंपनी करीब 100 करोड़ रुपये अतिरिक्त कमा सकती है. जोमैटो हर रोज औसतन 25-27 लाख ऑर्डर डिलीवर कर रहा है. अगर हर ऑर्डर पर जोमैटो 1 रुपये अतिरिक्त लेता है, तो इसका मतलब हुआ कि इससे वह हर रोज करीब 25-27 लाख रुपये अतिरिक्त कमाएगा.