वेंचर हाइवे ने Meesho में बेची 1.5% हिस्सेदारी, कमाया 50 गुना प्रॉफिट, आखिर मुनाफे में आ चुकी कंपनी में क्यों बेचा स्टेक?
निवेशक और परामर्श फर्म वेंचर हाइवे (Venture Highway) ने ई-कॉमर्स (E-Commerce) कंपनी मीशो में अपनी 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 3.5 अरब डॉलर में बेच दी है. अपने निवेश से वेंचर हाइवे ने करीब 50 गुना मुनाफा कमाया है.
निवेशक और परामर्श फर्म वेंचर हाइवे (Venture Highway) ने ई-कॉमर्स (E-Commerce) कंपनी मीशो में अपनी 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 3.5 अरब डॉलर में बेच दी है. अपने निवेश से वेंचर हाइवे ने करीब 50 गुना मुनाफा कमाया है. बताया जा रहा है कि वेंचर हाइवे ने मीशो में 3.5 अरब डॉलर में अपनी 1.5 फीसदी हिस्सेदारी बेची है. हालांकि, कंपनी की तरफ से इस बात की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है कि उसने कितने रुपये में अपनी हिस्सेदारी बेची है. यहां दिलचस्प है कि वेंचर हाइवे ने मीशो की शुरुआत में इसमें निवेश किया था. अब सवाल ये उठता है कि आखिर अपनी हिस्सेदारी बेच क्यों दी?
मुनाफे में जा पहुंची है मीशो
मीशो की शुरुआत साल 2015 में हुई थी. पिछले करीब 8 सालों में कभी भी कंपनी ने मुनाफा नहीं कमाया, लेकिन अब मीशो प्रॉफिटेबल हो चुकी है. मीशो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रायटर्स को दिए इंटरव्यू में बताया था कि कंपनी अब मुनाफे में आ गई है. साथ ही उन्होंने ये भी बताया था कि अगले 12-18 महीनों में कंपनी अपना आईपीआई (IPO) लाने की प्लानिंग कर रही है. मीशो कपड़े और कॉस्मेटिक्स जैसे बिना ब्रांड वाले प्रोडक्ट्स के जरिए भारत के छोटे कस्बों और शहरों को टारगेट करती है. PitchBook के आंकड़ों से पता चलता है कि आखिरी बार कंपनी की वैल्युएशन करीब 7 अरब डॉलर यानी लगभग 58 हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी.
तेजी से बढ़ रहा है बिजनेस
ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) में अपने पैर मजबूत करने के लिए मीशो ने फेस्टिव सीजन (Festive Season) से पहले ही Meesho Mall की शुरुआत कर दी थी. मीशो मॉल पर आए करीब 70 फीसदी ऑर्डर ऐसे थे, जो पहली बार मीशो पर आए थे. वहीं कंपनी ने बताया है कि पिछले दिनों सेल के दौरान उसके रेकॉर्ड 1.6 करोड़ नए ऐप इंस्टॉल हुए हैं. कंपनी ने फुटवियर और किड्सवियर में 120 फीसदी की तगड़ी बढ़ोतरी देखी है. सेल के दौरान मीशो पर करीब 120 करोड़ लोगों ने विजिट किया. मीशो ने अपनी मेगा ब्लॉकबस्टर सेल से पहले 2 लाख नए सेलर को रजिस्टर किया था. मीशो ने सेल इवेंट के दौरान करीब 30 हजार सेलर्स के लखपति बनने का दावा किया है.
तो फिर हाइवे वेंचर ने क्यों बेचा स्टेक?
ऐसे में एक सवाल ये उठता है कि जब कंपनी का बिजनेस तेजी से बढ़ ही रहा है तो फिर हाइवे वेंचर ने अपना स्टेक क्यों बेचा? अमूमन ऐसे निवेशक जो किसी स्टार्टअप के शुरुआती दौर में पैसे लगाते हैं, वह तब तक अपना निवेश नहीं बेचते जब तक कि कंपनी अपने उच्चतम स्तर तक पहुंच तक नीचे ना आने लग जाए. वेंचर हाइवे ने भी मीशो में सीड राउंड की फंडिंग में पैसे लगाए थे. हाइवे वेंचर ने जो स्टेक बेचा है, उसे एक दूसरी निवेशक फर्म वेस्टब्रिज कैपिटल ने खरीदा है. वैसे तो कंपनी ने अभी तक अपनी हिस्सेदारी बेचने की कोई वजह साफ नहीं की है, लेकिन मुमकिन है कि वेस्टब्रिज कैपिटल ने बाजार से कहीं ज्यादा कीमत देकर इन शेयर को खरीदा हो.