सस्टेनेबिलिटी के इस Startup ने जुटाए करीब ₹83 करोड़, जानिए क्या करती है कंपनी, कहां होगा पैसों का इस्तेमाल
सस्टेनेबल पैकेजिंग स्टार्टअप Fibmold ने 10 मिलियन डॉलर यानी करीब 83 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) हासिल की है. इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Omnivore और Accel ने किया है.
सस्टेनेबल पैकेजिंग स्टार्टअप Fibmold ने 10 मिलियन डॉलर यानी करीब 83 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) हासिल की है. इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Omnivore और Accel ने किया है. इसकी शुरुआत अक्टूबर 2022 में परम गांधी और वैभव गर्ग ने की थी. यह स्टार्टअप (Startup) ईको-फ्रेंडली, मोल्डेड फाइबर पैकेजिंग प्रोडक्ट बनाती है, जो बिल्कुल प्लास्टिक की तरह काम में इस्तेमाल होते हैं.
स्टार्टअप का दावा है कि उसके पैकेजिंग प्रोडक्ट्स नेचुरल फाइबर जैसे बांस, धान-गेहूं के भूसे और यहां तक कि खराब पेपर का इस्तेमाल कर के बनाए जाते हैं. यह प्रोडक्ट पूरी तरह से रिसाइकिल करने योग्य हैं और साथ ही नेचरुल तरीके से बायोडीग्रेड भी हो सकते हैं. स्टार्टअप का कहा है कि अगर ईको-फ्रेंडली पैकेजिंग सॉल्यूशन की ओर मुड़ा जडाए तो इससे सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से रोका जा सकता है.
300 अरब डॉलर का है ये मार्केट
Fibmold का मानना है कि भले ही अभी चीन इस तरह के प्रोडक्ट बनाने और उन्हें एक्सपोर्ट करने के मामले में सबसे आगे है, लेकिन भारत में अभी इसका मार्केट बहुत छोटा है और यहां इसकी शुरुआत हो रही है. स्टार्टअप के को-फाउंडर परम गांधी के अनुसार सस्टेनेबल पैकेजिंग इंडस्ट्री का करीब 300 अरब डॉलर का मार्केट है. अपने स्टार्टअप के जरिए वह दुनिया भर के ब्रांड्स को ईको-फ्रेंडली विकल्पों को अपनाने के लिए कह रहे हैं. इससे सिंगल यूज प्लास्टिक पर उनकी निर्भरता कम होगी.
सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प
दूसरे को-फाउंडर वैभव गर्ग कहते हैं कि सस्टेनेबल पैकेजिंग में सिंगल यूज प्लास्टिक को रिप्लेस करने की क्षमता है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह परफॉर्मेंस और लागत समेत हर मामले में सिंगल यूज प्लास्टिक के पैकेजिंग मटीरियल्स को टक्कर देता है.
Cirkla से है सीधा कॉम्पटीशन
Omnivore की तरफ से अपने 150 मिलियन डॉलर के Omnivore Agritech & Climate Sustainability Fund से किया गया यह दूसरा निवेश है. भारत में Fibmold का कॉम्पटीशन सीधे Cirkla से है. इसने सितंबर के महीने में ही करीब 3 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की थी. इस फंडिंग के जरिए कंपनी ने अपनी सेल्स टीम और टेक इनोवेशन में बढ़ोतरी की थी, ताकि ऑपरेशन बढ़ सके और मजबूत हो सके.