Shark Tank India के चौथे सीजन में एक नए जज की एंट्री हुई हैं, जिनका नाम है कुणाल बहल. अधिकतर लोगों को ये तो पता है कि कुणाल बहल (Kunal Bahl) स्नैपडील (Snapdeal) के को-फाउंडर हैं, लेकिन ये बात कम ही लोग जानते हैं कि उन्होंने कितनी मुश्किलों से अपना बिजनेस खड़ा किया. ब्रांड बनाने के दौरान उन्हें कई बार ऐसा लगा कि सब कुछ खत्म हो गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आज वह एक दिग्गज कारोबारी हैं.

दिल्ली से शुरू हुआ सफर

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कुणाल बहल दिल्ली में पैदा हुए और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भी दिल्ली से ही पूरी की. बाद में कुणाल हायर एजुकेशन के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया चले गए. कुणाल ने दो अलग-अलग विषयों में ग्रेजुएशन किया है. कुणाल ने अमेरिका के केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एग्जीक्युटिव मार्केटिंग में भी पढ़ाई की हुई है. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ वक्त माइक्रोसॉफ्ट में काम भी किया, लेकिन वीजा से जुड़ी कुछ परेशानी के चलते उन्हें 2007 में वापस भारत आना पड़ा.

कुणाल बहल ने साल 2010 में स्नैपडील की शुरुआत की. साल 2022 में कुछ कॉर्पोरेट बदलाव हुए और कंपनी ने अपना नाम बदलकर ऐसवेक्टर (AceVector) रख लिया था. इसी के तहत अब Snapdeal, Unicommerce और Stellaro Brands आते हैं. वह टाइटन कैपिटल के भी को-फाउंडर हैं, जिसके जरिए उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में पैसे लगाए हुए हैं. टाइटन कैपिटल के जरिए कुणाल बहल ने ओला, अरबन कंपनी, मामाअर्थ, क्रेडजेनिक्स, शैडोफैक्स, रेजरपे, जिवा समेत कई कंपनियों में निवेश किया है. 

पहले भी आ चुके हैं रीयल्टी शो में

भले ही अभी कुणाल बहल पहली बार शार्क टैंक इंडिया में जज की तरह आ रहे हैं, लेकिन वह इससे पहले भी एक रीयल्टी में जज रह चुके हैं. कुणाल बहल कुछ समय पहले अमेजन प्राइम वीडियो के रीयल्टी शो 'मिशन स्टार्ट अब' में जज रह चुके हैं. बता दें कि इस शो में कुल 3 जज थे, जो 19 दिसंबर 2023 को लाइव हुआ था.

उस जमाने में शुरू किया स्टार्टअप, जब...

कुणाल बहल बताते हैं कि जब वह 23 साल के थे, जब उन्होंने पहली बार बिजनेस करने के बारे में सोचा था. उस वक्त तक स्‍टार्टअप जैसा कोई कॉन्‍सेप्‍ट ही नहीं था, कोई इस बारे में जानता ही नहीं था. वह कहते हैं कि उस वक्त आपके सामने दो ही रास्‍ते होते थे, या तो नौकरी कीजिए या फिर बिजनेस. कुणाल कुछ समय तक भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

आईआईटी नहीं जा पाए, एच-1बी वीजा हुआ रिजेक्ट

स्नैपडील के को-फाउंडर कुणाल बहल आईआईटी में जाना चाहते थे, लेकिन वहां नहीं जा सके, जिसका उन्हें काफी अफसोस हुआ. वहीं उनके एच-1बी वीजा की एप्लिकेशन को भी ठुकरा दिया गया था, जिससे वह काफी निराश हुए थे. वह कहते हैं कि बहुत सारी ऐसी चीजें थीं, जो मेरे प्लान के मुताबिक नहीं हुईं. हालांकि, तमाम मुश्किलों और रुकावटों के बावजूद उन्होंने बिजनेस किया और एक सफल कारोबारी हैं.

कितनी दौलत के हैं मालिक?

कुणाल बहल की दौलत कितनी है, इसका कोई ऑफिशियल आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अलग-अलग आंकड़े जरूर बताए गए हैं. इनके मुताबिक कुणाल बहल की नेट वर्थ 3500 करोड़ के आस-पास बताई जाती है.