4-5 सालों में 10 गुना बढ़ जाएंगे Startup, करीब 100 गुना हो जाएंगे Unicorn: IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर
राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि आने वाले 4-5 सालों में स्टार्टअप्स की संख्या करीब 10 गुना तक बढ़ जाएगी. वहीं राजीव चंद्रशेखर की बातों के हिसाब से देखें तो यूनीकॉर्न्स (Unicorn) की संख्या 100 गुना हो जाएगी.
भारत में स्टार्टअप (Startup) कल्चर तेजी से बढ़ रहा है और सरकार भी इस ओर खूब ध्यान दे रही है. सरकार की तरफ से स्टार्टअप्स के लिए हर संभव मदद भी मुहैया कराई जा रही है. इसी बीच सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने स्टार्टअप कल्चर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि आने वाले 4-5 सालों में स्टार्टअप्स की संख्या करीब 10 गुना तक बढ़ जाएगी. वहीं राजीव चंद्रशेखर की बातों के हिसाब से देखें तो यूनीकॉर्न्स (Unicorn) की संख्या 100 गुना हो जाएगी.
राजीव चंद्रशेखर ने कहा- 'साल 2014 में हमारे देश का तकनीकी परिदृश्य आईटी और इससे जुड़ी सेवाओं तक ही सीमित था. हालांकि, तब से लेकर अब तक टेक, एआई, डेटा इकनॉमी, सेमीकंडक्टर डिजाइन, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स और हाई परफॉर्मेंस कम्प्यूटिंग में कई मौके सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के विजन के चलते स्टार्टअप की दुनिया काफी फैल गई है. मुझे यकीन है कि 108 यूनिकॉर्न से हम अगले 4-5 सालों में 10 हजार तक पहुंच जाएंगे. आज हमारे पास भारत में एक लाख से भी अधिक स्टार्टअप हैं और यह 10 गुना तक बढ़ जाएंगे.'
राजीव चंद्रशेखर ने हैदराबाद में JITO इनक्यूबेशन इनोवेशन फाउंडेशन (JIIF) के छठे स्थापना दिवस और निवेशक/स्टार्टअप कॉन्क्लेव में ये बात कही है. उन्होंने वहां मौजूद उद्योग जगत के लोगों और महत्वाकांक्षी युवा आंत्रप्रेन्योर्स से बात की.
'सरकार स्टार्टअप्स को सुविधा देगी, नियामक नहीं बनेगी'
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने हाल ही में कहा था कि सरकार स्टार्टअप को सुविधाएं देना चाहती है, ना कि नियामक बनना चाहती है. उन्होंने कहा था- 'हमारी भूमिका हमेशा एक सुविधाप्रदाता की रहेगी और मैं सरकार को इस क्षेत्र का प्रशासक या नियामक बनते नहीं देखता. इस ईकोसिस्टम के जो भी स्टेकहोल्डर्स यानी हितधारक हैं, वह खुद ही इसे चलाएंगे. सरकार स्टार्टअप की तरफ से किए जा रहे काम की प्रगति में बाधा नहीं डालेंगी.'
'स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग की कमी नहीं'
भारत के G-20 शेरपा अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने भी हाल ही में कहा था कि जिन स्टार्टअप का बिजनेस मॉडल (Business Model) अच्छा और मजबूत है, उनके लिए फंड की कोई कमी नहीं है. स्टार्टअप क्षेत्र में फंड की कोई कमी नहीं है और अच्छे स्टार्टअप के लिए पूंजी हमेशा उपलब्ध है. दुनिया में फंड पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.