हाल ही में एक रिपोर्ट आई है, जिसमें कहा गया है कि अप्रैल में निजी इक्विटी (Private Equity) और उद्यम पूंजी कोषों (Venture Capital Funds) की तरफ से निवेश में गिरावट आई है. उनके द्वारा निवेश 35 प्रतिशत घटकर 4.4 बिलियन डॉलर यानी करीब 36,500 करोड़ रुपये हो गया है. बता दें कि एक साल पहले की अवधि में यह 6.8 बिलियन डॉलर था.

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कंसल्टेंसी फर्म ईवाई और उद्योग लॉबी समूह IVCA की रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल में सौदों की संख्या 98 थी, जो कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक थी. कंसल्टेंसी फर्म के पार्टनर विवेक सोनी ने कहा, "वैश्विक अनिश्चितताओं, भू-राजनीतिक तनाव और चल रहे भारतीय आम चुनावों के कारण पीई/वीसी निवेशक सतर्क बने हुए हैं." उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे तय होने तक गतिविधि धीमी रहेगी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल 2024 में 100 मिलियन डॉलर से अधिक के नौ बड़े सौदे हुए, जिनकी कीमत 3.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी. यह आंकड़ा अप्रैल 2023 में 11 सौदों में 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 48 प्रतिशत कम है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अप्रैल 2023 में चार सौदों में 783 मिलियन डॉलर की तुलना में पांच सौदों में 2.1 बिलियन डॉलर का निवेश दोगुने से अधिक हो गया. इसमें कहा गया है कि विकास निवेश 884 मिलियन डॉलर के साथ दूसरा सबसे बड़ा था, जो 76 प्रतिशत की गिरावट थी.

रिपोर्ट के अुसार 54 सौदों में स्टार्टअप्स पर दांव में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह 756 मिलियन डॉलर है. क्षेत्र के दृष्टिकोण से, वित्तीय सेवाएं अप्रैल 2024 में 17 सौदों में पीई/वीसी निवेश में 1.8 बिलियन डॉलर के साथ शीर्ष पर उभरीं, इसके बाद रियल एस्टेट (849 मिलियन डॉलर), स्वास्थ्य सेवा (489 मिलियन डॉलर) और ई-कॉमर्स (341 मिलियन डॉलर) का स्थान रहा. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल में 907 मिलियन डॉलर के 21 एग्जिट हुए, जो कि एक साल पहले की अवधि में 15 सौदों में 1.6 बिलियन डॉलर से काफी कम था. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक्सिस बैंक में बेन कैपिटल की 428 मिलियन डॉलर की बिक्री सबसे अधिक थी.