नए साल में स्टार्टअप कंपनियों में खूब होगा विदेशी निवेश, डीपीआईआईटी सचिव ने कहा- भारत बनेगा टॉप स्टार्ट अप ईको सिस्टम
Startup News: उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि जल्द ही भारत वैश्विक स्तर पर टॉप ईकोसिस्टम बन जाएगा.
Startup News: उभरते उद्यमियों के लिए ईकोसिस्टम (पारिस्थितिकी तंत्र) को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के चलते देश की स्टार्टअप कंपनियां अगले साल यानी 2023 में अच्छा-खासा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित करेंगी. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के सचिव अनुराग जैन ने मंगलवार को यह राय जताई. भाषा की खबर के मुताबिक, जैन ने कहा कि भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप ईकोसिस्टम है और जिस तरह से यहां की स्टार्टअप इकाइयां प्रदर्शन कर रही हैं, जल्द ही भारत वैश्विक स्तर पर टॉप ईकोसिस्टम (Startup Ecosystem) बन जाएगा.
मान्यता प्राप्त Startup इकाइयों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही
खबर के मुताबिक, सचिव ने कहा कि मान्यता प्राप्त स्टार्टअप इकाइयों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. स्टार्टअप (Startup) के लिए फंड ऑफ फंड्स (एफएफएस) और स्टार्टअप इंडिया शुरुआती कोष योजना (एसआईएसएफएस) अच्छा कर रही हैं. ऐसे में स्टार्टअप इकाइयां 2023 में अच्छा-खासा एफडीआई (foreign investment) आकर्षित कर पाएंगी. जैन ने कहा कि फिलहाल भारत में सबसे ज्यादा उदार एफडीआई (FDI) नीतियां हैं. बहुत कम क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें विदेशी निवेश के लिए सरकारी मंजूरी की जरूरत है.
16 जनवरी 2016 को Startup India की हुई थी शुरुआत
सरकार ने देश के स्टार्टअप ईकोसिस्टम में इनोवेशन और निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के इरादे से 16 जनवरी, 2016 को स्टार्टअप इंडिया (Startup India) पहल शुरू की थी. स्टार्टअप के लिए एक कार्ययोजना भी निर्धारित की गई थी. इस योजना में सरलीकरण और समर्थन, प्रोत्साहन और उद्योग-अकादमिक साझेदारी और इनकुबेशन जैसे 19 कार्रवाई योग्य चीजें तय की गई थीं. स्टार्टअप इंडिया के तहत डीपीआईआईटी द्वारा पात्रता शर्तों के आधार पर स्टार्टअप को मान्यता दी जाती है. 30 नवंबर तक देशभर में 84,000 से ज्यादा इकाइयों को स्टार्टअप के रूप में मान्यता दी गई है.
Startup को पूंजी उपलब्ध कराई जाती है
एफएफएस योजना, एसआईएसएफएस और स्टार्टअप (Startup) के लिए लोन गारंटी योजना (सीजीएसएस) के तहत इन इकाइयों को उनके कारोबार के विभिन्न चरणों के दौरान पूंजी प्रदान की जाती है. आंकड़ों के मुताबिक, 93 वैकल्पिक निवेश कोषों (एआईएफ) को 30 नवंबर तक एफएफएस के तहत 7,528 करोड़ रुपये की राशि दी गई है. इन एआईएफ ने 773 स्टार्टअप में निवेश की प्रतिबद्धता जताई है.
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