शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन के तीसरे एपिसोड में एक ऐसा स्टार्टअप आया, जिसके प्रोडक्ट्स ने सभी शार्क को उसकी तारीफें करने पर मजबूर कर दिया. इस स्टार्टअप का नाम है NOOE यानी नेवर ऑड ऑर ईवन. इसकी शुरुआत पुणे की नितिका पांडे और दिल्ली के पीयूष सूरी ने की है. 

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यह स्टार्टअप प्रीमियम लाइफस्टाइल असेसरी ब्रांड है, जो डेस्ट सेट, स्टेशनरी और रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली कुछ चीजें बनाता है. इस स्टार्टअप के प्रोडक्ट सस्टेनेबल और प्रीमियम मटीरियल के बने होते हैं. इस स्टार्टअप को रेडडॉट डिजाइन अवॉर्ड भी मिल चुका है, जो फैशन की दुनिया का ऑस्कर कहा जाता है.

मौजूदा वक्त में कंपनी के प्रोडक्ट 40 से भी अधिक देशों में डिलीवर हो चुके हैं. वहीं 9 से भी ज्यादा देशों में रिटेल स्टोर्स में कंपनी के प्रोडक्ट बिकते हैं. दुनिया से सबसे फेमस फैशन रिटेल स्टोर लंदन के Harrods में भी इस स्टार्टअप के प्रोडक्ट बिकते हैं.

कैसे मिले फाउंडर्स, कहां से आया आइडिया?

पीयूष सूरी इंजीनियर हैं, जो एक्सेंचर में न्यूयॉर्क में काम करते थे, उसके बाद भारत आकर उन्होंने 2009 में एक बी2बी कंपनी शुरू की. उन्होंने यूनीकॉर्न स्टार्टअप क्रेड के साथ भी काम किया है और उसी दौरान उनकी मुलाकात नितिका से हुई. इसके बाद दोनों ने मिलकर ये नया बिजनेस शुरू किया. 

वहीं नितिका ने 2018 में इंडस्ट्रियल डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन की और कोपेनहेगन, डेनमार्क में काम करने लगीं. वहां पर वह कई डिजाइन स्टूडियो में काम करती थीं. उन्होंने पोर्टेबल लैंप का एक कलेक्शन बनाया था, जो 3 दिन में ही सोल्ड आउट हो गया. उनकी बनाई चीजें उन्हें जगह-जगह दिखती थीं, लेकिन उस पर नाम होता था डिजाइन स्टूडियो का. ऐसे में नितिका ने फैसला किया कि वह अपना बिजनेस शुरू करेंगी और भारत आकर पीयूष सूरी के साथ ये बिजनेस शुरू किया.

इस बिजनेस में 55 फीसदी स्टेक पीयूष सूरी का है, जबकि नितिका के पास 11 फीसदी हिस्सेदारी है. ईशॉप में 6 फीसदी हिस्सेदारी दी है, जबकि एक्स पार्टनर के पास 11 फीसदी स्टेक है. वहीं 15 फीसदी हिस्सेदारी एंजेल निवेशकों और फैमिली फ्रेंड्स के पास है. अब तक कंपनी ने 3 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है.

कितनी कमाई कर रहा है ये स्टार्टअप?

सभी जज ने कंपनी के प्रोडक्ट की क्वालिटी की बहुत तारीफ की. कंपनी के सारे प्रोडक्ट इन हाउस डिजाइन होते हैं और इनके मोल्ड्स का मालिकाना हक कंपनी के ही पास है. इनके प्रोडक्ट भारत और चीन में बनते हैं. कंपनी ने 2023 में 1.3 करोड़ की सेल की, जिसमें 50 लाख बर्न रेट रहा. वहीं 2024 में कंपनी की सेल 2.7 करोड़ रुपये रही, जिसमें 1.4 करोड़ रुपये बर्न हुए. 

2025 में अभी तक कंपनी 1.5 करोड़ की सेल कर चुकी है और ये सेल्स इस साल 6 करोड़ तक रहने का अनुमान है, जिसमें करीब 2.5 करोड़ बर्न होंगे. बता दें कि कंपनी पर 1.2 करोड़ रुपये का कर्ज भी है और अभी बैंक में फाउंडर्स के पास 22 लाख रुपये हैं. ये सब सुनने के बाद अमन गुप्ता बोले- 'बिजनेस की हालत तो टाइट है बॉस.'

1 फीसदी के बदले मांगे 50 लाख रुपये

फाउंडर्स ने अपने स्टार्टअप के लिए 1 फीसदी इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की फंडिंग मांगी. अनुपम मित्तल बोले कि 50 लाख तो कोई बहका हुआ ही देगा आपको और डील से आउट हो गए. विनिता भी डील से बाहर हो गईं. कुणाल ने कहा कि आपका ग्रॉस मार्जिन 40 फीसदी से बढ़कर 70-80 फीसदी तक होना चाहिए और ये कहते हुए वह भी आउट हो गए.

पीयूष ने खरीद लिया 51 फीसदी कंट्रोलिंग स्टेक

पीयूष बंसल ने कहा कि नाम, डिजाइन सब अच्छा है, लेकिन इसे ब्रांड बनाने पर बहुत काम करना होगा. उन्होंने कहा कि 3 करोड़ रुपये लो और निवेशकों के पैसे लौटा दो. फिर अमन ने 50 फीसदी बिजनेस के लिए 3 करोड़ रुपये ऑफर किए. वहीं ये भी कहा कि बची हुई हिस्सेदारी में 20-20 दोनों फाउंडर के पास होगा और 10 फीसदी ईशॉप में जाएगा. ये फाउंडर्स ने ठुकरा दिया.  उसके बाद पीयूष ने 51 फीसदी के बदले 3 करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया, जिस पर अमन बोले- इसने तो मेरा पूरा ऑफर ही कॉपी कर लिया. 

पीयूष ने बोला कि वह कंपनी में कंट्रोलिंग स्टेक चाहते हैं. सिर्फ 3 करोड़ रुपये से काम नहीं बनेगा, बहुत पैसा लगेगा. उस वक्त फाउंडर्स ने ये डील लेने से मना कर दिया. फिर अमन गुप्ता ने 2 करोड़ में 30 फीसदी हिस्सेदारी का ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने काउंटर किया कि 20 फीसदी इक्विटी के बदले 5 करोड़ रुपये लेंगे. जब अमन ने इसके लिए मना कर दिया तो उन्होंने पीयूष से 51 फीसदी कंट्रोलिंग स्टेक को फिर से रीकंसीडर करने को कहा. इस पर पीयूष ने 51 फीसदी इक्विटी के बदले 5 करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया, जिसे फाउंडर्स ने ले लिया. इस तरह कंपनी पर अब पीयूष बंसल का कंट्रोल हो गया है और ये कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने पूरी कंपनी ही खरीद ली है. पीयूष बंसल ने यह भी कहा कि यह मेरा आज तक का सबसे बड़ा चेक है.