शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में एक फैशन स्टार्टअप आया, जिसे शो पर लेकर आए बाप-बेटी. इस स्टार्टअप का नाम है Go Devil, जिसकी शुरुआत की है गुरुग्राम के रहने वाले विनीश आर्या ने. वह शो पर अपनी बेटी एंजेल आर्या के साथ आए. एंजेल अभी तो अपनी एजुकेशन पूरी कर रही हैं, लेकिन अभी से बिजनेस में खासकर डिजाइनिंग में अपने पिता की मदद करती हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विनीश कई सालों से गारमेंट बिजनेस में हैं. दो बिजनेस फेल होने के बाद उन्होंने जनवरी 2022 में Go Devil नाम से फैशन बिजनेस शुरू किया. 2022 से लेकर अब तक यह स्टार्टअप 1 लाख से भी ज्यादा ऑर्डर डिलीवर कर चुका है. विनीश कहते हैं कि वह हर रोज 5000 पीस बना सकते हैं और हर महीने नए डिजाइन लॉन्च कर सकते हैं.

दो बार फेल हुए विनीश

विनीश हरियाणा के करनाल के रहने वाले हैं. उनके पिता प्राइवेट जॉब किया करते थे. उस वक्त लिबर्टी शूज का काफी बिजनेस बढ़ रहा था, जिसे देखकर उन्हें लगा कि लेदर में कुछ किया जा सकता है. इसी बीच एक पेपर में विज्ञापन निकला कि एक लेदर सप्लायर की जरूरत है. इसके बाद विनीश ने 1998 में अमेरिका में लेदर एक्सपोर्ट करना शुरू किया.

बिजनेस अच्छा चल निकला और 2001 में विनीश ने अपनी पहली गाड़ी मारुति 800 खरीदी. इसके बाद 2008 में सब कुछ बदल गया. अमेरिका में मंदी आई और बिजनेस बंद हो गया. इसके बाद 2010 में उन्होंने गारमेंट्स का एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू किया, लेकिन 2019 में कोविड के चलते वह बिजनेस भी बंद हो गया. 

2021 में बनाई नई कंपनी

दो बार फेल होने के बाद भी 2021 में उन्होंने एक्सपोर्ट को कम किया और एक नई कंपनी बनाई गो डेविल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से. विनीश ने सोचा कि अब ब्रांड बनाया जाएगा. उन्होंने जनवरी 2022 में सेल शुरू की और पहले ही महीने में 5 लाख रुपये की सेल आ गई. वहीं दूसरी ओर एंजेल अभी फैनश कम्युनिकेशन और डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रही हैं और पढ़ाई पूरी करते ही वह कंपनी को ज्वाइन करेंगी.

8 करोड़ की सेल का है टारगेट

इस बिजनेस में करीब 50 फीसदी कमाई क्वार्ड सेट से आती है. नॉन रेगुलर साइज से कंपनी की 30 फीसदी सेल होती है. साल 2022-23 में कंपनी की सेल 1.44 करोड़ रुपये की रही थी. वहीं 2023-24 में यह सेल बढ़कर 2.45 करोड़ रुपये हो गई. 2024-25 में शुरुआती 6 महीनों में कंपनी ने 3.5 करोड़ रुपये की सेल कर ली है और साल के अंत तक 8 करोड़ रुपये तक की सेल होने का अनुमान है.

सब कुछ लगाया दांव पर, घर तक बेच दिया

इस बिजनेस को खड़ा करने के लिए विनीश ने ना सिर्फ मेहनत की है, बल्कि अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया है. उन्होंने इसमें अपनी सारी सेविंग लगा दी है. बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पिछले ही साल उन्होंने अपना घर तक बेच दिया. इतना ही नहीं, करीब 3 करोड़ रुपये का उन्होंने लोन भी लिया है. 

खाली हाथ लौटे फाउंडर

अपने स्टार्टअप के लिए विनीश ने 2 फीसदी इक्विटी के बदले 80 लाख रुपये की फंडिंग मांगी. इस कंपनी में 60 फीसदी हिस्सेदारी  विनीश के पास है, जबकि 10 फीसदी एंजेल के पास है. इनके अलावा करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी कुछ निवेशकों के पास है. किसी भी जज ने गो डेविल में निवेश नहीं किया और फाउंडर्स को खाली हाथ ही लौटना पड़ा.