शार्क टैंक में ऐसे स्टार्टअप आते हैं, जो अपने आइडिया से सबका दिल जीत लेते हैं. ऐसा ही एक स्टार्टअप हाल ही में फंडिंग मांगने पहुंचा था शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन के मंच पर. उनके स्टेज पर आते ही सारे शार्क हैरान हो गए, क्योंकि उनके पीछे-पीछे एक स्मार्ट बैग चला आ रहा था, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया. इस स्टार्टअप का नाम है आरिस्ता वॉल्ट (Arista Vault), जिसके को-फाउंडर्स हैं पूर्वी रॉय और अतुल गुप्ता, जो दिल्ली में रहते हैं. हाल ही में इस स्टार्टअप ने ब्रांडिंग के लिए ईशान्त शर्मा को ब्रांड अंबेसडर रखा है. कंपनी का फोकस डी2सी पर है और यूएसए-दुबई से भी इसे शानदार ऑफर मिल रहे हैं. अभी तक यह स्टार्टअप 35 हजार से भी अधिक लोगों को प्रोडक्ट बेच चुका है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह स्टार्टअप स्मार्ट लगेज बनाता है. इसने एक ऐसा लगेज बनाया है, जो आपको फॉलो करता है. इसका नाम फॉलो मी सूटकेस रखा है. यानी एयरपोर्ट पर अब आपको बैग खींचने की मेहनत नहीं करनी होगी, बल्कि बैग खुद ही आपके पीछे-पीछे चलेगा. अगर आप खुद भी चलते-चलते थक जाएं तो आप इस बैग पर बैठ सकते हैं. अगर आप थोड़ा आगे-पीछे जाना चाहते हैं, तो उठने की जरूरत नहीं है, बल्कि आपका बैग ही आपकी गाड़ी बन जाएगा और आप उस पर बैठे-बैठे ही वहां जा सकते हैं, जहां आपको जाना है. यानी अब आपको लगेज ढोने की जरूरत नहीं है, बल्कि लगेज अब आपको ढोएगा. 

कितनी तेज चलता है, कितना वजन उठाएगा?

इस स्टार्टअप के फॉलो मी सूटकेस पर तमाम शार्क ने बैठकर ट्राई भी किया. स्टार्टअप का दावा है कि इस पर 120 किलो तक के वजन का व्यक्ति बैट सकता है. इसकी स्पीड 7 किलोमीटर प्रति घंट है. इस स्मार्ट लगेज में मोबाइल चार्ज करने की सुविधा भी दी गई है. यह सूटकेट कनेक्टेड डिवाइस को फॉलो करता है. इसमें जो बैटरी लगी है वह रिमूवेबल है. फॉलो मी सूटकेस की कीमत 1500 से 15 हजार रुपये है. हालांकि, अभी इसे बनाने में करीब 50 हजार रुपये खर्च हो गए हैं, लेकिन स्केल होते ही इसकी कीमत कम हो जाएगी.

स्मार्ट वॉलेट और बैग्स

इस कंपनी का एक दूसरा प्रोडक्ट भी है, जो है स्मार्ट वॉलेट. यह एक ऐप के साथ कनेक्ट रहता है और आपके मोबाइल को एक टैप में ढूंढ निकालता है. इतना ही नहीं, इस स्टार्टअप ने कुछ ऐसा बैग बनाए हैं, जो फिंगर प्रिंट स्कैन करने बाद ही अनलॉक होते हैं. इस स्टार्टअप के वॉलेट की कीमत 1500-5500 रुपये के बीच है. अगर बात करें फिंगर प्रिंट लॉक बैग्स की तो उनकी कीमत 3000-9500 रुपये के करीब है.

इस स्मार्ट वॉलेट के खो जाने पर आप उसे मोबाइल के जरिए रिंग कर सकते हैं. वहीं आप अपने स्मार्ट वॉलेट से मोबाइल को भी रिंग कर सकते हैं. वहीं जैसे ही फोन और वॉलेट एक दूसरे से 10 मीटर से ज्यादा दूर होंगे, दोनों ही अलार्म करने लगेंगे. अगर आप ऑफिस या घर में हैं और वाई-फाई से दोनों डिवाइस कनेक्टेड हैं तो कोई भी रिंग नहीं करेगा. अगर आप दोनों को अलग-अलस रखना चाहते हैं और अलार्म नहीं चाहते हैं तो आप डू नॉट डिस्टर्ब को एक्टिवेट कर सकते हैं. इस वॉलेट में एक बटन है, जो आपके मोबाइल के लिए रिमोट सेल्फी बटन की तरह काम करेगा.

कहां से आया ये आइडिया?

2017 में पूर्वी का एक फैशन शो था, जहां वह अतुल से मिलीं और साथ मिलकर यह बिजनेस शुरू करने की सोची. इसका आइडिया 2017 में आ गया था, लेकिन 2018 में इस कंपनी को रजिस्टर कराया गया. अतुल ने 10वीं क्लास में टॉप किया था और उसके बाद रेलवे बोर्ड की एक परीक्षा देकर सरकारी नौकरी में चुने गए. वह महज 17-18 साल की उम्र में ही टिकट कलेक्टर बन गए थे. हालांकि, उन्हें अपनी जॉब से खुशी नहीं हो रही थी और उन्होंने 2023 में अपनी नौकरी छोड़कर इस स्टार्टअप को ज्वाइन कर लिया. 

कितनी फंडिंग मिली है कंपनी को?

इस स्टार्टअप को मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने भी सपोर्ट किया है, जिन्होंने 2020 के करीब लैब फैसिलिटी दी थी. यह स्टार्टअप अभी तक करीब 2.3 करोड़ रुपये की फंडिंग उठा चुका है. पहली फंडिंग 2022 में उठाई थी 25 लाख रुपये की, जो 11 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर जुटाए थे. दूसरी फंडिंग भी उसी साल 65 लाख रुपये की उठाई, जो 12 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर मिली. वहीं 2023 में 20 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर कंपनी ने 1.4 करोड़ रुपये की फंडिंग उठाई है.

प्रॉफिटेबल और शानदार सेल

इस स्टार्टअप के सेल्स के नंबर भी शानदार रहे. साल 2020-21 में कंपनी ने करीब 75 लाख रुपये की सेल की थी. वहीं 2021-22 में यह सेल 1.57 करोड़ रुपये तक बढ़ गई. 2022-23 में यह 3.6 करोड़ रुपये रही. वहीं इस साल यानी 2023-24 में कंपनी की सेल करीब 9 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. बता दें कि कंपनी सिर्फ ऑनलाइन बिजनेस करती है और अभी प्रॉफिटेबल है. 

अनुपम मित्तल ने किया निवेश

शार्क टैंक इंडिया में इस स्टार्टअप 30 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 1.5 फीसदी इक्विटी के बदले 45 लाख रुपये की डिमांड रखी. इस स्टार्टअप में सिर्फ अनुपम मित्तल में निवेश किया. उन्होंने 20 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 1 फीसदी के बदले 20 लाख रुपये निवेश किए. साथ ही 25 लाख रुपये 2 साल के लिए 18 फीसदी की दर पर लोन की तरह दिए. साथ ही उन्होंने एक कंडीशन रखी कि कंपनी की दुबई से 10 करोड़ रुपये सेल की जो डील हो रही है, वह होनी चाहिए.