छह माह पहले फ्लिपकार्ट (Flipkart) से अलग हुए उसके को-फाउंडर सचिन बंसल ने नई कंपनी शुरू की है. इस कंपनी का नाम BAC एक्विजीशंस प्राइवेट लिमिटेड है. इसकी शुरुआत 10 दिसंबर 2018 को हुई है. सचिन बंसल ने इसमें एक करोड़ रुपए की शेयर पूंजी डाली है. रजिस्‍ट्रार ऑफ कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक सचिन के अलावा इसमें एक अन्‍य निदेशक अंकित अग्रवाल भी हैं.

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क्‍या है रणनीति

बीएसी एक्विजीशंस सूचना प्रौद्योगिकी के जरिए सेवाओं का विकास करेगी और उन्‍हें उपलब्‍ध कराएगी. कंपनी की योजना डाटा साइंसेज, हेल्‍थकेयर, ऊर्जा, मीडिया व एंटरटेनमेंट, फास्‍ट-मूविंग कंज्‍यूमर गुडस, इंजीनियरिंग, रिटेल, लॉजीस्टिक्‍स, फुड एंड बेवरेजेज, इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, कंस्‍ट्रक्‍शन, मशीनरी, एग्रीकल्‍चर, ऑटोमोबाइल, एचआर, गेमिंग और वित्‍तीय सेवा क्षेत्र को सर्विस देंगे. साथ ही मौजूदा तकनीकी प्‍लेटफॉर्म के अधिग्रहण का भी प्‍लान है.

वालमार्ट डील से मिले 1 अरब डॉलर

रजिस्‍ट्रार ऑफ कम्‍पनीज के यहां कंपनी की फाइलिंग के मुताबिक कंपनी आईटी उत्‍पादों को कमर्शियल पर्पज के लिए उपलब्‍ध कराएगी. इकोनॉमिक टाइम्‍स ने खबर दी थी कि बंसल एग्री टेक या फिन टेक पर नए वेंचर की सोच रहे हैं. बंसल को वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सेल से करीब 1 अरब डॉलर मिले हैं. इस रकम का निवेश वह स्‍टार्टअप में भी करने की सोच रहे हैं. 

क्‍या थी फ्लिपकार्ट से इस्‍तीफे की वजह

फ्लिपकार्ट- वॉलमार्ट सौदे (flipkart walmart deal) की घोषणा के बाद भारतीय स्टार्टअप परिदृश्य के 'जय-वीरू' माने जाने वाले दो दोस्त बिछड़ गए. सचिन बंसल ने 11 वर्ष पहले बनाई गई कंपनी को छोड़ने का फैसला किया था. फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि सचिन बंसल का कंपनी छोड़ने का निर्णय 'बहुत ही भावुक क्षण' था.

वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट में अधिकांश हिस्सेदारी खरीदने पर सचिन ने अपने 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी एक अरब डॉलर में बेच दी थी. इसके बाद कंपनी छोड़ दी.