सेल्स ऑटोमेशन पर फोकस करने वाले एक Saas स्टार्टअप Toplyne ने आखिरकार बिजनेस बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने घोषणा की है कि करीब 3.5 साल तक बिजनेस चलाने के बाद अब कंपनी अपना ऑपरेशन बंद कर रही है. इस बारे में जानकारी देने के लिए कंपनी को-फाउंडर और सीईओ रिशेन कपूर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट लिखी है. उन्होंने साफ किया है कि निवेशकों का पैसा उन्हें वापस किया जाएगा.

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रिशेन कपूर ने कहा कि लाख कोशिशों के बावजूद Toplyne प्रोडक्ट मार्केट फिट हासिल नहीं कर सका. ना ही बिजनेस वहां तक स्केल कर पाया, जिसके बारे में शुरुआत में हमने सोचा था. यही वजह है कि बिजनेस बंद करना पड़ रहा है और निवेशकों को पैसे लौटाए जा रहे हैं. हालांकि, कंपनी ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि निवेशकों को कितने पैसे लौटाए जा रहे हैं.

रिशेन कपूर ने लिखा है- 'रुचिन और मैं अपनी टीम, ग्राहक और निवेशकों के आभारी हैं कि उन्होंने हम पर भरोसा किया और टॉपलाइन बनाने का मौका दिया. हमने अपनी गलतियों से बहुत सीखा है और जल्द ही उन्हें आप लोगों के साथ साझा करने की उम्मीद करता हूं.'

साढ़े तीन साल पहले हुई थी शुरुआत

इस स्टार्टअप की शुरुआत 2021 में रिशेन कपूर, रुचिन कुलकर्णी और रोहित खन्ना ने की थी. इस स्टार्टअप टॉपलाइन की शुरुआत प्रोडक्ट से ग्रोथ हासिल करने वाले बिजनेस के लिए फ्री यूजर्स को पेड यूजर्स में बदलने के मकसद से की गई थी. कंपनी ने इसके लिए Salesforce और Hubspot जैसे एआई पावर्ड प्लेटफॉर्म भी इंटीग्रेट किए थे. हालांकि, इसकी टेक्नोलॉजी और क्लाइंट बेस के बावजूद स्टार्टअप प्रोडक्ट मार्केट फिट नहीं हासिल कर सका.

कर्मचारियों को दूसरी नौकरी ढूंढने में कर रहे मदद

रिशेन कपूर ने कहा है कि उनका स्टार्टअप अपनी टीम के 30 कर्मचारियों को ट्रांजिशन में पूरा सपोर्ट कर रहा है. कंपनी इन सभी कर्मचारियों को दूसरी नौकरी ढूंढने में मदद कर रही है. साथ ही कंपनी ग्राहकों को भी स्मूद ट्रांजिशन में मदद कर रही है. 

कई निवेशकों से उठाई फंडिंग

टॉपलाइन ने पिछले कुछ सालों में खूब चर्चा बटोरी. 2022 में कंपनी ने सीरीज ए फंडिंग राउंड के तहत करीब 15 मिलियन डॉलर जुटाए थे. उस राउंड का नेतृत्व Tiger Global और Peak XV ने किया था, जिसमें Together Fund, Sequoia India's Surge एक्सिलेरेटर और कई एंजेल निवेशकों ने भी पैसे लगाए थे. कंपनी की शुरुआत करीब 2.5 मिलियन डॉलर की शुरुआती फंडिंग से हुई थी.