रिजर्व बैंक इनोवेशन हब और आईआईएमए वेंचर्स ने बृहस्पतिवार को स्वनारी टेकस्प्रिंट तीन (Swanari TechSprint 3.0) पेश किया. इसका उद्देश्य भारत में महिला केंद्रित वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) स्टार्टअप को बढ़ावा देना है. यह कार्यक्रम फिनटेक से जुड़े शोधकर्ताओं को महिलाओं की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने वाले समाधानों की अवधारणा और विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है.

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रिजर्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) भारतीय रिजर्व बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी है. कंपनी ने बयान में कहा कि यह संस्करण महिला-केंद्रित वित्तीय उत्पाद तैयार करने वाले चयनित स्टार्टअप को विभिन्न प्रकार के रणनीतिक संसाधन, संरक्षण, नवप्रवर्तकों के लिए अनुदान और अन्य वित्तपोषण सहायता प्रदान करेगा. 

कार्यक्रम के तहत स्त्री-पुरूष समावेशी वित्तीय समाधान विकसित करने वाले स्टार्टअप से आवेदन आमंत्रित किया गया है. विशेष रूप से वे जिनके पास एक न्यूनतम व्यावहारिक उत्पाद (एमवीपी) है, शुरुआती वित्तपोषण जुटाने के चरण में हैं या पहले से ही राजस्व अर्जित कर रहे हैं. बयान के अनुसार, ‘‘वित्तीय समावेश भारत की विकास गाथा का एक मूलभूत स्तंभ है और स्वनारी टेकस्प्रिंट महिलाओं की अद्वितीय वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नवप्रवर्तकों की पहचान और उनका समर्थन करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है.’’ 

रिजर्व बैंक इनोवेशन हब में फिनटेक और स्टार्टअप मामलों के प्रमुख आकाश नायडू ने कहा, ‘‘नवोन्मेष को बढ़ावा देने और फिनटेक स्टार्टअप को सशक्त बनाकर, हमारा लक्ष्य प्रभावशाली समाधानों को बढ़ाना है जो न केवल महिलाओं के लिए वित्तीय समावेश को बल्कि उनके आर्थिक सशक्तीकरण को भी बढ़ावा देते हैं.’’