पिछले कुछ दिनों से खबरें आ रही थीं कि जल्द ही क्विक कॉमर्स स्टार्टअप (Startup) डंजो (Dunzo) एक बड़ी छंटनी (Layoffs) कर सकता है. अब कंपनी की तरफ से इसे लेकर आधिकारिक घोषणा कर दी गई है. खुद कंपनी के को-फाउंडर दलवीर सूरी ने शुक्रवार को कर्मचारियों के साथ एक मीटिंग कर के यह बात कही. यह मीटिंग कुछ ही मिनट चली, जिसमें उन्होंने कहा कि एक और राउंड का लेऑफ या छंटनी कर रही है. हालांकि, अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि कितने लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है.

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को-फाउंडर की तरफ से आधिकारिक घोषणा किए जाने के बाद से डंजो के तमाम कर्मचारियों को ई-मेल आने लगे हैं. कर्मचारियों के मैनेजर्स की तरफ से भेजे जा रहे ईमेल में लिखा है कि उनकी नौकरी प्रभावित हुई है (their role have been impacted). कितने कर्मचारियों पर छंटनी का असर होगा, ये नहीं बताया गया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि करीब 150-200 कर्मचारियों को निकाला जा सकता है. 

फॉर्म-16 भी नहीं दिया, चुकाना पड़ेगा जुर्माना!

खबर आ रही है कि कंपनी ने कर्मचारियों को अब तक फॉर्म-16 भी नहीं दिया है. कंपनी ने कर्मचारियों से कहा है कि अभी तक सरकार को टीडीएस का भुगतान नहीं किया गया है, जिसके चलते फॉर्म-16 नहीं दिया जा पा रहा है. इसका मतलब होता है कि कंपनी के कर्मचारी समय से टैक्स रिटर्न भी फाइल नहीं कर पाएंगे. बता दें कि आयकर रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2023 है और अभी तक सरकार इस डेडलाइन को आगे बढ़ाने के मूड में नहीं दिख रही है.

डंजो को मिला लीगल नोटिस

कंपनी को बकाया भुगतान ना करने की वजह से दो कंपनियों ने लीगल नोटिस (Legal Notice) भेज दिया है. फेसबुक इंडिया ऑलाइन सर्विसेस प्राइवेज लिमिटेड (Facebook India) और बेंगलुरु की सॉफ्टवेयर कंसल्टेंसी फर्म निलेंसो (Nilenso) ने डंजो को ये कानूनी नोटिस भेजे हैं.

दूसरी सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भी भेज चुकी है नोटिस

डंजो की हालत कितनी खराब है, इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि इस कंपनी के दूसरे सबसे बड़े निवेशक गूगल ने भी कंपनी को लीगल नोटिस भेजा है और बकाया का भुगतान करने को कहा है. ऐसे समय में फेसबुक और निलेंसो की तरफ से भी नोटिस आ जाना डंजो की वित्तीय हालत को दिखाता है. डंजो को दोनों कंपनियों ने जो कानूनी नोटिस भेजा है, उसके तहत करीब 4 करोड़ रुपये बकाया हैं.

छंटनी की वजह से भी उठ रहा पर्दा

पिछले 7 महीनों में यह तीसरी बार है, जब कंपनी को छंटनी करनी पड़ रही है. इससे पहले दो बार में कंपनी करीब 380 लोगों को नौकरी से निकाल चुकी है. इस बार की छंटनी के बाद कंपनी से 7 महीनों में करीब 500-600 कर्मचारी बाहर हो जाएंगे. कंपनी के सामने कैश फ्लो की दिक्कत होना सबसे बड़ी वजह है, जिसके चलते बार-बार छंटनी करनी पड़ रही है. कंपनी की हालत अभी भी बहुत खराब है, ऐसे में अगर आने वाले दिनों में फिर से छंटनी होती है तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए. सवाल तो यहां तक उठ रहे हैं कि कहीं ब्लिंकइट की तरह डंजो का बिजनेस भी कुछ दिन के लिए बंद ना हो जाए. या कहीं ऐसा ना हो कि इस स्टार्टअप को ही बंद करना पड़े.

आखिर क्यों भेजना पड़ा लीगल नोटिस

डंजो को भेजे गए लीगल नोटिस में लिखा है कि कंपनी को बार-बार लिखित और मौखित रूप से बकाया की जानकारी दी गई. हालांकि, बार-बार याद दिलाने के बावजूद कंपनी ने भुगतान नहीं किया, ऐसे में ये नोटिस भेजना पड़ा. खबर है कि अब डंजो ने फेसबुक को भुगतान शुरू तो कर दिया है, लेकिन बहुत बड़ा भुगतान करना अभी तक बाकी है. कुछ सूत्रों तो ये यहां तक खबर मिल रही है कि डंजो को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के तहत एक डिमांड नोटिस भी भेजा गया है.

2015 में हुई थी डंजो की शुरुआत

डंजो की शुरुआत साल 2015 में हुई थी. इस स्टार्टअप में रिलायंस, गूगल, लाइटरॉक, लाइटबॉक्स, ब्लूम वेंचर्स समेत कई संस्थाएं पैसे लगा चुकी हैं. इन सब से डंजो ने करीब 50 करोड़ रुपये की फंडिंग उठाई है. अगर कंपनी में हिस्सेदारी की बात करें तो सबसे बड़ा निवेशक रिलायंस है, जो करीब 25.8 फीसदी का मालिक है. वहीं दूसरे नंबर पर आता है गूगल, जिसके बाद कंपनी की करीब 19 फीसदी हिस्सेदारी है.