वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका की मशहूर सिलिकॉन वैली की तर्ज पर भारत में भी उद्यमियों एवं स्टार्टअप के लिए समर्पित एक टाउनशिप स्थापित करने का सोमवार को सुझाव दिया. सिलिकॉन वैली अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र का दक्षिणी हिस्सा है. यह पूरी दुनिया में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और नवीन प्रौद्योगिकी पर आधारित कंपनियों का गढ़ माना जाता है. 

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गोयल ने हाल ही में स्टार्टअप कंपनियों के लिए एक रजिस्ट्री मंच ‘भास्कर’ की शुरुआत पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारत को अपनी खुद की सिलिकॉन वैली बनाने के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘हमें आगे जाने की आकांक्षा रखनी चाहिए. हमें अपनी खुद की सिलिकॉन वैली बनाने के बारे में सोचना चाहिए. मैं जानता हूं कि बेंगलुरु भारत की सिलिकॉन वैली है. लेकिन मुझे लगता है कि अब एनआईसीडीसी के साथ मिलकर उद्यमियों, स्टार्टअप, नवाचारियों और नई खोज को समर्पित लोगों को पूरी तरह से समर्पित एक नई टाउनशिप बनाने के बारे में सोचने का वक्त आ गया है.’’ 

कर्नाटक के उद्योग मंत्री ने जताई नाराजगी

कर्नाटक के उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने पीयूष गोयल की बातों पर नाराजगी जताते हुए अपनी बात रखी है. उन्होंने का है कि बेंगलुरु जैसे ईकोसिस्टम बनाने में कई दशक लगते हैं. साथ ही उन्होंने आगे डेवलपमेंट के लिए इसे ही चुनने को कहा. पाटिल ने कहा कि पीयूष गोयल बेंगलुरु को अपना शहर क्यों नहीं मानते हैं? उन्होंने कहा कि बेंगलुरु भारत में ही है. भारत हमारा देश है. बेंगलुरु एक दिन में नहीं बना है, इसे बनाने में कई दशक, सदियां लगी हैं.

पीयूष गोयल ने कहा था कि राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम (एनआईसीडीसी) राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम को क्रियान्वित कर रहा है, जिसका लक्ष्य नए औद्योगिक शहरों को स्मार्ट शहर बनाना है. बिहार, गुजरात और आंध्र प्रदेश सहित देश के विभिन्न भागों में ऐसे 20 औद्योगिक टाउनशिप विकसित किए जाएंगे. इसके साथ ही गोयल ने स्टार्टअप कंपनियों से विभिन्न देशों में जाने वाले आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए भी कहा ताकि उन्हें बढ़िया अनुभव मिल सके.